
Shimla Building Collapses: हिमाचल प्रदेश के शिमला में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. यहां भट्टाकुफर इलाके के माथू कॉलोनी में स्थित पांच मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर पड़ी, जिससे लोगों में अफरातफरी मच गई. राहत की बात यह रही कि इस इमारत को कुछ घंटे पहले ही खाली करा लिया गया था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ. घटना चम्याना सुपर स्पेशलिटी अस्पताल जाने वाले रास्ते पर हुई, जो रोजाना कई लोगों की आवाजाही का मुख्य मार्ग है. हादसे के वक्त अगर बिल्डिंग में लोग मौजूद होते, तो जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था.
रविवार देर रात स्थानीय लोगों ने इमारत से अजीब सी आवाजें और दरारें देखीं, जिसके बाद तुरंत प्रशासन को सूचना दी गई. मौके पर पहुंचे अधिकारी और तकनीकी टीम ने खतरे को देखते हुए पूरी इमारत को खाली करा दिया.
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भारी बारिश के चलते मंजिला मकान गिरा
शिमला : भट्टाकुफर में भारी बारिश के चलते सुबह 5 मंजिला मकान गिरा - बीती रात ही खाली करवाया गया था मकान - फोरलेन निर्माण के चलते मकान में आई थी दरारें।#Shimla #Bhattakufar #MonsoonAlert #DDNewsHimachal pic.twitter.com/4DKWgErN8J
— DD News Himachal (@DDNewsHimachal) June 30, 2025
कई इमारतें जांच के घेरे में
इसके कुछ ही घंटों बाद सोमवार सुबह इमारत ढह गई. ये प्रशासन की समय पर कार्रवाई और स्थानीय लोगों की सतर्कता का ही नतीजा था कि किसी की जान नहीं गई. इस हादसे के बाद आसपास की इमारतों में रह रहे लोगों में डर का माहौल है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बिल्डिंग्स में पहले से दरारें दिख रही हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही थी. अब इन इमारतों की भी जांच शुरू हो गई है.
क्या है हादसे की वजह?
प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि इलाके में चल रही फोर लेन हाईवे निर्माण की वजह से बिल्डिंग की नींव कमजोर हो गई थी. भारी मशीनरी और गहरी खुदाई ने जमीन की संतुलन व्यवस्था को बिगाड़ दिया, जिससे ये हादसा हुआ.
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे संवेदनशील इलाकों में बड़े निर्माण कार्यों से पहले भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण जरूरी होता है, जो अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है.
निर्माण कार्यों पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या हिमाचल जैसे भू-संवेदनशील इलाकों में इस तरह के भारी-भरकम निर्माण सुरक्षित हैं? लोगों का कहना है कि बिना पर्याप्त अध्ययन और योजना के किए जा रहे प्रोजेक्ट्स से उनका जीवन खतरे में है.
प्रशासन ने घटनास्थल को पूरी तरह से सील कर दिया है. आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर डटी हुई है. आसपास की सभी इमारतों का निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि कोई और हादसा न हो.