ऑनलाइन बाल यौन शोषण पर सीबीआई की कार्रवाई में 7 गिरफ्तार
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित ऑनलाइन बाल यौन शोषण से जुड़े मामलों की चल रही जांच के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने कहा कि आरोपियों को दिल्ली, ढेंकनाल (ओडिशा), नोएडा (उत्तर प्रदेश), झांसी (उत्तर प्रदेश) और तिरुपति (आंध्र प्रदेश) सहित विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया था.
नई दिल्ली, 18 नवंबर : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित ऑनलाइन बाल यौन शोषण से जुड़े मामलों की चल रही जांच के सिलसिले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने कहा कि आरोपियों को दिल्ली, ढेंकनाल (ओडिशा), नोएडा (उत्तर प्रदेश), झांसी (उत्तर प्रदेश) और तिरुपति (आंध्र प्रदेश) सहित विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया गया था. सभी सात आरोपियों की पहचान रमन गौतम और सत्येंद्र मित्तल, दोनों दिल्ली निवासी, सुरेंद्र कुमार नाइक निवासी ढेंकनाल, ओडिशा, पुरुषोत्तम झा निवासी दिल्ली, निशांत जैन निवासी नोएडा, उत्तर प्रदेश, जितेंद्र कुमार निवासी झांसी, उत्तर प्रदेश और टी. मोहन कृष्णा, निवासी तिरुपति, आंध्र प्रदेश के रूप में हुई है. प्रमुख जांच एजेंसी ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई में ऑनलाइन बाल शोषण के खतरे को लेकर 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 76 स्थानों पर छापे मारे. एजेंसी ने कुल 83 आरोपियों के खिलाफ 14 नवंबर को 23 अलग-अलग मामले दर्ज किए थे.
तिरुपति, कानेकल (आंध्र प्रदेश) सहित लगभग 77 स्थानों पर छापे मारे गए- दिल्ली, कोंच जालौन, मऊ, चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, मुरादाबाद, नोएडा, झांसी, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश), जूनागढ़, भावनगर, जामनगर (गुजरात), संगरूर, मलेरकोटला, होशियारपुर, पटियाला (पंजाब), पटना, सीवान (बिहार), यमुना नगर, पानीपत, सिरसा, हिसार (हरियाणा), भद्रक, जाजापुर, ढेंकनाल (ओडिशा), तिरुवलुरे, कोयंबटूर, नमक्कल, सेलम, तिरुवन्नामलाई (तमिलनाडु), अजमेर, जयपुर, झुंझुनू, नागौर (राजस्थान), ग्वालियर (मध्य प्रदेश), जलगांव, सलवाड़, धुले (महाराष्ट्र), कोरबा (छत्तीसगढ़) और सोलन (हिमाचल प्रदेश) देश के 14 राज्यों में आरोपी के परिसरों में. यह भी पढ़ें : West Bengal: बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को बड़ी राहत, कलकत्ता हाईकोर्ट ने खारिज की राज्य सरकार की याचिका, नहीं हो सकेगी कोई दंडात्मक कार्रवाई
प्राथमिकी के अनुसार, ऐसी जानकारी थी कि इस समूह के 31 सदस्य एक दूसरे के साथ मिलकर सीएसईएम सामग्री साझा कर रहे थे. एकत्र की गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 50 से अधिक समूह थे, जिनमें 5,000 से अधिक अपराधी बाल यौन शोषण सामग्री साझा कर रहे थे. इनमें से कई समूहों में विदेशी नागरिकों की भी भागीदारी थी. शुरू में पता चला कि इसमें विभिन्न महाद्वीपों में फैले लगभग 100 देशों के लोगों की भागीदारी रही होगी. सूत्रों ने कहा कि कुछ विदेशी नागरिक पाकिस्तान, कनाडा, बांग्लादेश, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका, अजरबैजान, यूके, बेल्जियम, यमन आदि से थे. छापे के दौरान 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. प्रमुख जांच एजेंसी ने कहा कि वह औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से अपनी सहयोगी एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है और आगे की खोज जारी है.