अमरावती, 4 दिसंबर: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पांचवें दिन यानी शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) (TDP) के छह विधायकों को उपद्रव मचाने पर निलंबित कर दिया. सत्र के अंतिम दिन निम्मला रामानायडू (Nimmala Ramanaidu), बुचैया चौधरी (Bucheya Chaudhari), जोगेश्वर राव (Jogeshwar Raav), सत्य प्रसाद (Satya Prasad), अशोक (Ashok) और रामाराजू (Ramaraju) को निलंबित कर दिया गया, जिसके बाद विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) भी सदन से वॉक आउट कर गए.
सदस्यों के डेयरी उद्योग पर चर्चा करने के साथ-साथ सत्ताधारी और विपक्षी विधायकों में गर्मागर्मी के कारण उपद्रव शुरू हो गया. मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी (Y. S. Jaganmohan Reddy) ने कहा कि उन्होंने डेयरी उद्योग पर चर्चा के दौरान नायडू के मौजूद रहने की उम्मीद की थी, लेकिन उन्होंने दुर्भाग्य से अपनी पार्टी के सदस्यों को स्पीकर के मंच पर चढ़ने और स्वार्थी उद्देश्यों के लिए अराजकता पैदा करने के लिए चुना. यह भी पढ़े: आंध्र प्रदेश में TDP को बड़ा झटका, विधायक वासुपल्ली गणेश अपने दो बेटों के साथ YSRCP में शामिल.
रेड्डी ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता ने मीडिया साक्षात्कार दिए थे और सदन से बाहर निकलने के बाद झूठ फैला रहे हैं. स्पीकर तम्मीनेनी सीताराम (Tamminena Sitaram) ने विधानसभा में विपक्षी सांसदों के आचरण पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा, "हर दिन, आप सदन के कामकाज को रोक रहे हैं. मैं हर दिन आपको निलंबित करने के लिए दुखी हूं. उनके व्यवहार को देखते हुए, मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है."