अमरावती, 19 अप्रैल : आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर जिले के जंगल में लापता हुई 4 साल की बच्ची को पुलिस ने 36 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बचाया. चित्तूर पुलिस के बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के बाद, लड़की को कंगुंडी रिजर्व फॉरेस्ट के अंबापुरम से बचाया गया, जहां कई हाथी और अन्य जंगली जानवर बड़ी तादात में रहते हैं. बच्ची शनिवार शाम कुप्पम मंडल के नक्कलगुट्टा गांव से लापता हो गई थी. द्रविड़ विश्वविद्यालय के एक कर्मचारी की बेटी जोशिका घर के पास अपने दोस्तों के साथ खेलते समय लापता हो गई थी. बच्ची के परेशान माता-पिता ने पड़ोसियों की मदद से पूरे गांव में उसकी खोज की, लेकिन वह नहीं मिली. अन्य ग्रामीणों ने भी उनकी मदद की.
रविवार तड़के तक बच्ची का पता नहीं चलने पर माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. चूंकि जंगल हाथियों और अन्य जंगली जानवरों से भरा हुआ है, इसलिए परिवार और ग्रामीण उसकी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे. पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव के आसपास के इलाके में खोज की. उन्होंने जंगल के किनारों पर जल निकायों की भी तलाशी ली. पुलिस ने बच्ची का पता लगाने के लिए खोजी कुत्ता भी लगाया है. बच्ची के कपड़े और जूते सूंघने के बाद, कुत्ता जंगल की ओर चल पड़ा. हालांकि, कुत्ता जंगल के किनारे पर रुक गया. अपहरण की बात से इंकार नहीं करते हुए पुलिस अधीक्षक वाई. रिशांत रेड्डी ने भी चित्तूर और तमिलनाडु सहित आसपास के जिलों के सभी पुलिस थानों को सतर्क कर दिया था. रविवार देर रात तक बिना किसी सफलता के तलाशी अभियान जारी रहा. अगले दिन पुलिस ने जंगल में फिर से तलाशी शुरू की. दोपहर के आसपास, पुलिस टीम ने झाड़ियों से एक बच्ची की आवाज सुनी और वे सभी उसके पास पहुंच गए. मामूली चोट लगने से बच्ची को कुप्पम के एक अस्पताल में ले जाया गया और प्राथमिक उपचार के बाद उसके माता-पिता को सौंप दिया गया. यह भी पढ़ें : Bengaluru: पति को था पत्नी के पोर्न मूवी में एक्टिंग करने का शक, बच्चों के सामने बेरहमी से कर दी हत्या
पुलिस इस संदेह के बीच आगे की जांच कर रही थी कि बच्ची का अपहरण कर लिया गया है क्योंकि वह लगभग 40 घंटे तक भीषण गर्मी के बीच जंगल में जीवित रही, जो कि भोजन या पानी के बिना संभव नहीं था. स्थानीय पुलिस अधिकारी बच्ची के पूरी तरह ठीक होने का इंतजार कर रहे थे ताकि वह बता सके कि जब वह दोस्तों के साथ खेल रही थी तो क्या हुआ था. इस बीच, आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के.वी. राजेंद्रनाथ रेड्डी ने 36 घंटे के अंदर लापता लड़की का पता लगाने में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए चित्तूर पुलिस की टीमों की सराहना की है.