आतंकी मामले में बिजमैन को फंसाने की धमकी देने वाले सीबीआई के 4 अधिकारी बर्खास्त
अधिकारी ने कहा कि भ्रष्टाचार और अन्य अपराधों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, न केवल बाहर के लोगों के संबंध में, बल्कि अपने स्वयं के अधिकारियों के संबंध में, सीबीआई ने शिकायत प्राप्त होने पर तुरंत एक मामला दर्ज किया, इस मामले में कथित रूप से शामिल अपने तीन अन्य अधिकारियों की पहचान की और उनकी गिरफ्तारी की.
नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को चंडीगढ़ (Chandigarh) के एक व्यवसायी से 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में अपने चार सब-इंस्पेक्टरों (Sub-Inspectors) को गिरफ्तार कर बर्खास्त कर दिया, जिन्होंने व्यवसायी को आतंकी मामले (Terrorist Cases) में फंसाने की धमकी दी. आरोपी अधिकारियों की पहचान सुमित गुप्ता, प्रदीप राणा, अंकुर कुमार, आकाश अहलावत के रूप में हुई है, जो सभी दिल्ली कार्यालय में तैनात हैं. Birbhum violence: बीरभूम हिंसा मामले में CBI की बड़ी कार्रवाई, 21 नामजद आरोपियों पर FIR दर्ज
सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनके परिसरों की तलाशी ली, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए.
"चंडीगढ़ में एक फर्म चलाने वाले शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 10 मई को सीबीआई के चार अधिकारियों सहित 6 लोगों ने उसके कार्यालय में प्रवेश किया और उन्हें आतंकवादियों को समर्थन देने और पैसे उपलब्ध कराने के मामले में फंसाकर गिरफ्तार करने की धमकी दी. आरोपी शिकायतकर्ता को जबरदस्ती एक कार में ले गए और उससे 25 लाख रुपये की मांग की."
अधिकारी ने कहा कि भ्रष्टाचार और अन्य अपराधों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, न केवल बाहर के लोगों के संबंध में, बल्कि अपने स्वयं के अधिकारियों के संबंध में, सीबीआई ने शिकायत प्राप्त होने पर तुरंत एक मामला दर्ज किया, इस मामले में कथित रूप से शामिल अपने तीन अन्य अधिकारियों की पहचान की और उनकी गिरफ्तारी की.
सीबीआई अधिकारी ने कहा, "इन दोषी अधिकारियों की ओर से इस कृत्य को गंभीरता से लेते हुए इन चारों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया." गिरफ्तार आरोपियों को आज चंडीगढ़ की सक्षम अदालत में पेश किया जा रहा है.