नई दिल्ली. पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव 2019 में घेरने की रणनीति बना रहे विपक्ष को करारा झटका लगा है. विपक्ष को यह झटका देने वाले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल हैं. केजरीवाल ने अपनी आम आदमी पार्टी को विपक्ष के महागठबंधन का हिस्सा बनाने से इनकार कर दिया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो पार्टियां संभावित महागठबंधन में शामिल हो रही हैं, उनकी देश के विकास में कोई भूमिका नहीं रही है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के विकास में रोड़े अटकाने का काम भी किया है. उन्होंने दिल्ली के विकास रुके हुए सारे कामों का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ा. वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव पर पूछे गए सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा और देश में होने वाली लोकसभा चुनाव पर हर जगह से चुनाव लड़ेगी. वहीं अपनी सरकार की बढ़ाई करते हुए कहा कि हमने दिल्ली के शिक्षा के विकास को लेकर क्रांतिकारी काम किया है. केजरीवाल ने हरियाणा के सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें दिल्ली से सीखना चाहिए कि सही मायनों में विकास कैसे होता है.
Politics of alliance doesn't matter. For me, politics is for public & their development. What we did in Delhi in 3 yrs, these parties weren't able to do even a fraction of that in 70 years:Arvind Kejriwal on being asked if AAP will join opposition alliance in 2019 elections (9.8) pic.twitter.com/oWrjsdRRB8
— ANI (@ANI) August 9, 2018
कांग्रेस ने केजरीवाल पर निकाली भड़ास
बता दें कि गुरुवार को हरिवंश नारायण सिंह के राज्यसभा के उपसभापति चुने जाने के बाद कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर अपनी भड़ास निकाली है. कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अरविंद केजरीवाल को अवसरवादी बताया है. शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, "आम आदमी पार्टी कहती है, राजनीति अहंकार पर नहीं चलती है. बिल्कुल! यही कारण है कि अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी की मदद करते हुए राज्यसभा में मतदान से दूर रहने का फैसला किया.