15 Opposition MPs Suspended: विपक्ष के 15 सांसद पूरे सत्र से सस्पेंड, सुरक्षा चूक मामले में लोकसभा और राज्यसभा में भारी हंगामा
संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन गुरुवार की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने संसद सुरक्षा चूक के मामले में जमकर हंगमा किया और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से बयान देने की मांग की.
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन गुरुवार की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने संसद सुरक्षा चूक के मामले में जमकर हंगमा किया और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से बयान देने की मांग की. इस बीच लोकसभा स्पीकर ने हंगामा करने के आरोप में टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, रम्या हरिदास समेत विपक्ष के 14 सांसदों को शीतकालीन सत्र की बाकी बचे समय से निलंबित कर दिया है. पहले कांग्रेस के पांच सदस्यों को निलंबित किया गया और फिर कांग्रेस, द्रमुक, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कुल नौ सदस्यों को निलंबित किया गया. वहीं राज्यसभा से TMC के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को निलंबित कर दिया गया.
सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद जब दोपहर दो बजे आरंभ हुई तो संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच कांग्रेस के टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को आसन की अवमानना के मामले में शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा. सभा ने ध्वनिमत से जोशी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
जोशी ने अपने प्रस्ताव में कहा कि आसन की अवमानना करने के लिए इन पांच सदस्यों का नाम आसन की ओर से लिया गया है और इन्हें शेष सत्र के लिए सदन से निलंबित किया जाए.
इस दौरान बी महताब आसन पर थे. इसके बाद सदन की कार्यवाही अपराह्न तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
कार्यवाही फिर से आरंभ होने के बाद जोशी ने कांग्रेस के वीके श्रीकंदन, बेनी बेहनन, मोहम्मद जावेद और मणिकम टैगोर, द्रमुक की कनिमोई, एस आर प्रतिबन, माकपा के एस वेकटनेशन और पी आर नटराजन तथा भाकपा के के. सु्ब्बारायन के निलंबन का प्रस्ताव रखा. इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी.
पीठासीन सभापति महताब ने दूसरी बार में नौ विपक्षी सदस्यों के निलंबन के बाद अपराह्न करीब तीन बजकर दो मिनट पर लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कहा कि हम सब सहमत हैं कि कल (बुधवार, 13 दिसंबर) की दुर्भाग्यपूर्ण घटना लोकसभा सदस्यों की सुरक्षा में गंभीर चूक थी और इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा, ''इस मुद्दे पर किसी भी सदस्य से राजनीति की अपेक्षा नहीं की जाती. संसद में सुरक्षा में चूक की इस तरह की घटनाएं पहले भी होती रही हैं और उस समय के लोकसभा अध्यक्षों के निर्देशानुसार कार्यवाही की जाती रही है.''
राज्यसभा से डेरेक ओब्रायन निलंबित
इससे पहले राज्यसभा से तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को निलंबित कर दिया गया. उनके निलंबन को लेकर विपक्षी दलों के सांसदों ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया. डेरेक ओ ब्रायन को संसद के शीतकालीन सत्र के शेष भाग से सस्पेंड कर दिया गया है. ओ ब्रायन पर सदन की कार्यवाही में बाधा डालने का आरोप है, जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें राज्यसभा से सस्पेंड कर दिया गया.