बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित मैट्रिक (10वीं) की परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोमवार से प्रारंभ हो गई. परीक्षा के लिए राज्यभर में कुल 1,368 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. राज्यभर से 15 लाख 29 हजार 393 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, इसमें 7,46,359 छात्राएं शामिल हैं. प्रतिदिन दो पालियों में होने वाली इस परीक्षा में कदाचार रोकने के लिए इस साल समिति द्वारा पुख्ता व्यवस्था की गई है. सभी परीक्षा केंद्रों पर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.
समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षार्थियों के जूता-मोजा पहनकर आने पर पाबंदी लगा दी गई है. केंद्र के भीतर मोबाइल, ब्लूटूथ, कैलकुलेटर सहित सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर प्रवेश वर्जित है. सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर 10 मिनट पहले पहुंचने का निर्देश दिया गया था.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के एक अधिकारी ने कहा, "12वीं (इंटरमीडिएट) परीक्षा की तर्ज पर इस बार मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका और ओएमआर शीट पर परीक्षार्थियों का नाम, रोल नंबर, रोल कोड और विषय कोड प्रिंटेड मिलेगा." सुबह परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व केंद्रों पर अभिभावकों की भीड़ देखी गई थी, लेकिन परीक्षा प्रारंभ होने के बाद भीड़ छंट गई. परीक्षाएं 24 फरवरी तक चलेंगी.