असम में क्लीन विलेज अभियान के लिए 100 करोड़ रुपये
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

असम भारत के सबसे साफ सुथरे राज्यों में शामिल होना चाहता है. एक अभियान की सफलता के बाद अब क्लीन विलेज प्रोग्राम को हर गांव तक पहुंचाया जा रहा है.असम सरकार ने पूरे राज्य में क्लीन विलेज अभियान चलाने का फैसला करते हुए इसके लिए 100 करोड़ की रकम का प्रावधान किया है. इससे पहले एक विधानसभा क्षेत्र में ऐसी एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बीते शुक्रवार को इसके विजेताओं को मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया. अभियान की कामयाबी से प्रभावित होकर ही सरकार ने अब बाकी 125 विधानसभा क्षेत्र में भी ऐसा ही अभियान शुरू करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री का कहना है कि इस अभियान का मकसद असम को देश के सबसे साफ-सुथरे राज्यों में शामिल करना है.

इससे पहले गोलाघाट जिले में खुमटाई के बीजेपी विधायक मृणाल सैकिया की पहल पर इलाके के 172 गांवों और चाय बागानों में स्वच्छता अभियान चलाया गया था. इसे प्रतियोगिता मूलक बनाते हुए तय किया गया था कि विजेता गांव में एक किमी लंबी पक्की सड़क बनाई जाएगी. इसी तरह दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाले गांवों में क्रमशः दस और आठ लाख रुपये लागत की विकास योजनाएं लागू की जानी थी. करीब महीने भर तक चले इस अभियान के बाद मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इसके विजेताओं का एलान किया. इसमें पहले पांच स्थान पर रहने वाले गांवों और शीर्ष तीन स्थान पर रहने वाले चाय बागानों को पुरस्कृत किया गया.

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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य के बाकी 125 विधानसभा क्षेत्रों में भी स्वच्छता अभियान शुरू किया जाएगा. इस मद में सरकार सौ करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह रकम विजेता गांवों में विकास योजनाओं पर खर्च की जाएगी." खुमटाई इलाके में आयोजित क्लीन विलेज प्रतियोगिता में विजेताओं का चयन एक ज्यूरी ने किया जिसमें शिक्षाविद, पत्रकार और पर्वारणविद शामिल थे.

मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य में पहली बार खुमटाई में क्लीन विलेज प्रतियोगिता आयोजित की गई है. यह एक सराहनीय पहल है. मैं चाहता हूं कि राज्य के बाकी 125 विधानसभा क्षेत्रों में भी ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए. सरकार ने इसके लिए बीते सप्ताह पेश बजट में सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इस प्रतियोगिता में शीर्ष पर रहने वाले जिलों में बड़े पैमाने पर विकास परियोजनाओं पर उक्त रकम खर्च की जाएगी. अबकी इनाम की रकम दोगुनी कर जाएगी."

यहां इस बात का जिक्र प्रासंगिक है कि खुमटाई में आयोजित प्रतियोगिता में विजेताओं को मिलने वाले पुरस्कार मृणाल सैकिया की विधायक निधि से दिए गए हैं.

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बीते बृहस्पतिवार को पेश बजट में इस रकम का जिक्र करते हुए कहा गया था कि पूरे राज्य में शुरू होने वाली प्रतियोगिता के विजेता के चयन के समय घर-घर जाकर कचरा संग्रह के अलावा कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में बांटने, ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र के काम-काज, पुराने कचरे की सफाई, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना और जल प्रबंधन जैसे मुद्दों को भी ध्यान में रखा जाएगा.

हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि इस प्रतियोगिता को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए ब्लू प्रिंट बनाने का काम चल रहा है. उनका कहना था, "सरकार राज्य में एक साफ और हरित माहौल बनाने की दिशा में काम कर रही है ताकि लोग स्वस्थ जीवन-यापन कर सकें."

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हर गांव में एक दिन ग्राम दिवस भी मनाया जाएगा. उस दिन तरह-तरह की खेल और दूसरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी. इसके विजेता आगे चल कर जिला स्तर और फिर राज्य स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकेंगे. उनके मुताबिक, ग्रामीण इलाके के युवक-युवतियों में कला और संगीत को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण, जिला और राज्य स्तर पर गीत प्रतियोगिता, बिहू नृत्य और दूसरी नृत्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा.