Shaakuntalam Review: शकुंतला और राजा दुष्यंत की प्रेम कहानी को 3D और VFX के जरिए मिला नया रूप, Samantha की सुंदरता और कहानी की सरलता जीतती है दिल
सामंथा रूथ प्रभु (Photo Credits: Instagram)

Shaakuntalam Review: अप्सरा मेनका और ऋषि विश्वामित्र की पुत्री शकुंतला और राजा दुष्यंत की प्रेम कहानी से ज्यादातर लोग रूबरू हैं. पर इस कहानी को बड़े पर्दे पर तगड़े वीएफएक्स और 3डी में देखना एक अलग तरह का और शानदार अनुभव है. राइटर और डायरेक्टर (गुणासेखर) ने पौराणिक कथा में बिना कोई छेड़छाड़ किए इसे बड़े पर्दे पर प्रमाणिकता के साथ उतारने का साहस किया है, जो तारीफ के काबिल है. भाषा, एक्शन और बैकग्राउंड म्यूजिक पर थोड़ा और काम करने की जरूरत थी. पर फिल्म आपको निराशा से बचाएगी. U Turn Trailer: Alaya F स्टारर फिल्म 'यू टर्न' का ट्रेलर हुआ रिलीज, सस्पेंस और थ्रिलिंग सीन्स की है भरमार (Watch Video)

एक बार हस्तिनापुर के राजा दुष्यंत (देव मोहन) शिकार करते हुए ऋषि कण्व के आश्रम में पहुंचे हैं, जहां पर उन्हें पहली नजर में ही ऋषि विश्वामित्र और अप्सरा मेनका की बेटी शकुंतला (सामंथा रुथ प्रभु), जिसका पालन ऋषि कण्व करते हैं, से प्रेम हो जाता है. पर यह एक तरफा नहीं, शकुंतला भी उन्हें अपना दिल समर्पित कर देती हैं और बिना देरी किए ऋषि कण्व की उपस्थिति के बिना ही दोनों गंधर्व विवाह कर लेते हैं. बस फिर क्या था दोनों दो से एक हो जाते हैं. राजा दुष्यंत शकुंतला को यह वचन देते हुए हस्तिनापुर के लिए विदा लेते हैं कि वे जल्द ही वापस आएंगे और ठाच बाच के साथ उन्हें अपने साथ ले जाएंगे. शकुंतला अब गर्भवती हैं और राह ताकते-ताकते थक चुकी हैं. फिर एक दिन  वे हस्तिनापुर पहुंचती हैं. पर वहां क्या? राजा दुष्यंत उन्हें पहचानने से ही इंकार कर देते हैं. इसके बाद कहानी में कुछ ट्वविस्ट, साहस और प्रेम का अलग रुप देखने मिलता है. यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी.

फिल्म विजुअली काफी मजबूत है. इसका शानदार वीएफएक्स कहानी को नया अवतार देता है. साथ ही कॉस्ट्यूम पर भी काफी काम किया गया है. इसे 3डी में देखना एक अलग तरह का और शानदार अनुभव है. वहीं शकुंतला के रोल में सामंथ रुथ प्रभु बेहद खूबसूरत लगी है और राजा दुष्यंत का किरदार देव मोहन ने निभाया है, उन्होंने भी अपने किरदार के साथ न्याय किया है. इतनी खूबियों के फिल्म में बाद कुछ कमियां भी हैं, जैसे फिल्म के हिंदी वर्जन के लिए भाषा पर ज्यादा मेहनत नहीं की गई है. कभी कभी सीरियस सीन्स में भी भाषा फनी लगती है, जो फिल्म का एक बड़ा ड्रॉबैक है.  पर उम्मीद करता हूं कि दूसरी भाषाओं में यह कमी नहीं होगी. इसके अलावा फिल्म के गानों और बैकग्राउंड म्यूजिक पर काम करने के साथ-साथ एक्शन पर भी थोड़ा और अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए था. 

अगर आप पौराणिक कथाओं के शौकीन हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है कि आपको यह फिल्म 3डी में देखनी चाहिए, आप फिल्म देखने के बाद खुद को ठगा हुआ नहीं पाएंगे. बस आप इसे एसएसएस राजामौली की फिल्म बाहुबली से कंपेयर करने की कोशिश मत करना, नहीं तो आपको निराशा भी हाथ लग सकती है. साथ ही सामंथा की खूबसूरती देख आपको लगेगा कि शकुंतला ऐसी ही रही होंगी. Salman Khan को डेट करने की खबरों पर Pooja Hegde ने तोड़ी चुप्पी, बोली - 'मैं अपने बारे में पढ़ती रहती हूं'