अटल बिहारी वाजपेयी को हराने के लिए जवाहर लाल नेहरू ने लिया था इस एक्टर का सहारा

साल 1957 में अटल बिहारी वाजपेयी बलरामपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीता था. जब जवाहर लाल नेहरु ने अटल जी को लोकसभा में भाषण देते हुए सुना, तब वह उनसे काफी प्रभावित हुए थे. नेहरु जी को लगा कि वह बलरामपुर सीट से उनकी पार्टी के लिए खतरा साबित हो सकते हैं.

जवाहर लाल नेहरु और अटल बिहारी वाजपेयी (Photo Credits: Getty Images and PTI)

शुक्रवार शाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का अंतिम संस्कार कर दिया गया. गुरुवार को अटल जी का देहांत हो गया था. कल से ही हर जगह उनके पुराने किस्सों की चर्चा हो रही है. अटल जी की गिनती देश के महान नेताओं में होती है. साल 1957 में अटल बिहारी वाजपेयी बलरामपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीते. जब जवाहर लाल नेहरु ने अटल जी को लोकसभा में भाषण देते हुए सुना, तब वह उनसे काफी प्रभावित हुए थे. नेहरु जी को लगा कि वह बलरामपुर सीट से उनकी पार्टी के लिए खतरा साबित हो सकते हैं.

सन 1962 के चुनाव में वाजपेयी जी के खिलाफ कांग्रेस की तरफ से शुभद्रा जोशी को चुनावी मैदान में  उतारा गया था. अटल जी को हराने के लिए नेहरु जी ने अभिनेता बलराज साहनी का सहारा लिया. उन्होंने बलराज से शुभद्रा जोशी के पक्ष में प्रचार करवाया. जवाहर लाल नेहरु की रणनीति काम भी आई और शुभद्रा जोशी ने अटल बिहारी वाजपेयी को हरा दिया.

नेहरु अटल बिहारी वाजपेयी से इतने प्रभावित थे कि उन्होंने उस समय ही कहा था कि भविष्य में अटल जी जरुर प्रधानमंत्री बनेंगे. नेहरु जी की यह भविष्यवाणी सच साबित हुई. अटल बिहारी वाजपेयी 1996 में थोड़े समय के लिए और फिर 1998 से 2004 तक प्रधानमंत्री रहे थे.

अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय राजनीति के 'भीष्म पितामह' के नाम से भी जाना जाता था. विपक्ष के नेता भी उन्हें काफी पसंद करते थे. उन्होंने 2005 में राजनीति से सन्यास ले लिया था. साल 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया.

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