The Vaccine War Movie Review: बीते साल बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्ट फिल्म द कश्मीर से सुर्खियों में आने वाले डायरेक्टेर विवेक रंजन अग्निहोत्री दर्शकों के लिए द वैक्सीन वॉर लेकर आ गए हैं. सत्य घटनाओं पर आधारित इस फिल्म में उन्होंने दिखाया है कि किस तरह कोरोना से लड़ने और लोगों की जान बचाने के लिए हमारे वैज्ञानिकों ने जी जान लगाई और बड़े ही बुरे वक्त और हालाज में देश वैक्सीन बनाई. फिल्म में नाना पाटेकर की अदाकारी ने तगड़ा इम्प्रेशन छोड़ा है. Animal Teaser: Ranbir Kapoor और Rashmika Mandanna स्टारर फिल्म 'एनिमम' का टीजर हुआ रिलीज, 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म (Watch Video)
फिल्म की कहानी शुरु होती है चीन के वुहान लैब से कि किस तरह से चीन ने इस बात को छुपाकर रखा था कि कोरोना वायरस वुहान लैब से पूरी दुनिया में फैला. एक वक्त के बाद भारत में भी कोरोना के मामले मिलना शुरु होते हैं. इस महामारी से कई लोग अपनी जान गवां देते हैं. फिर शुरु होता है भारत में वैक्सीन यानी कोवैक्सीन बनाने की कहानी. इस दौरान फिल्म में वैज्ञानिकों का दृढ़ संकल्प, परिश्रम देखने को मिलता है. साथ ही कई भावुक कर देवे वाले पर भी कहानी का हिस्सा हैं.
नाना पाटेकर ने डॉक्टर बलराम भार्गव का किरदार निभाया है जोकि ICMR (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के प्रमुख हैं. जोकि चाहते हैं कि हम लोगों को कोरोना से बचाने के लिए भारतीय वैक्सीन बनाएं. इस दौरान वैज्ञानिकों के स्ट्रगल को दिखाया गया है. साथ ही मीडिया की निगेटिव साइड को दिखाया गया है. मीडिया कोवैक्सीन के खिलाफ लगातार फेक न्यूज प्रसारित कर रहा था.
द वैक्सीन वॉर कोई मसाला फिल्म नहीं है, इसे वास्तविक्ता के साथ बनाया गया है, जोकि की तारीफ के लायक है. पर इसकी परेशानी यह है कि इसमें इतने टैक्निकल शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, जो आम दर्शकों के सिर से ऊपर जा सकता है. नाना पाटेकर ने फिल्मों में 5 साल बाद वापसी की है, उनकी एक्टिंग बेहद दमदार है, उनकी डायलॉग डिलीवरी और बॉडीलैग्वेंज के आप फैन हो जाओगे. साथ ही पल्लवी जोशी ने भी अपने किरदार को बाखूबी निभाया है.