Sushant Singh Rajput Case: सुशांत मामले में जांच के बीच 'अनुशासनहीनता' पर CBI प्रमुख सख्त
सुशांत सिंह राजपूत (Photo Credits: Instagram)

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की रहस्यमय मौत के मामले की जांच में जुटे हुए हैं. इस बीच सीबीआई निदेशक आर. के. शुक्ला ने खुलासा किया कि भारत की प्रमुख जांच एजेंसी के मुख्यालय के साथ सब ठीक नहीं है. सीबीआई की एक प्रमुख टीम चौबीसों घंटे सुशांत मामले की जांच में जुटी है और इसके कई वरिष्ठ अधिकारी मामले से जुड़े तमाम लोगों से पूछताछ कर रहे हैं. इस बीच सीबीआई मुख्यालय और एजेंसी के अन्य कार्यालयों में काम करने वाले अधिकारियों की समय के पाबंद न होने पर खिंचाई की गई है. इनमें से कई अधिकारी अपने कार्यालय से गायब पाए गए, खासकर सुबह के घंटों में.

सर्वोच्च जांच एजेंसी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 19 अगस्त को सुशांत मामला संभाला था. दिलचस्प बात यह है कि उसी दिन सीबीआई प्रमुख शुक्ला ने यह आदेश जारी किया. एक सख्त पुलिस अधिकारी और एक अनुशासक के तौर पर शुक्ला ने जोन के प्रमुख और अन्य शाखाओं के लिए एक सख्त आदेश जारी किया है. इस आदेश में लिखा है, "यह देखा गया है कि जोन के प्रमुख और कानून अधिकारी सहित वरिष्ठ अधिकारी अनियमित घंटों में कार्यालय आ रहे हैं. संयुक्त निदेशक और उससे ऊपर के स्तर के अधिकारियों से ऐसी उम्मीद नहीं की जाती है." आदेश में कहा गया है कि वरिष्ठ अधिकारियों के आचरण को उनके अधीनस्थों द्वारा देखा जा रहा है और अक्सर यह संगठन में अनुशासनहीनता को प्रोत्साहित करता है. यह भी पढ़े:Sushant Singh Rajput: सुशांत सिंह राजपूत का पुराना वीडियो वायरल, ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’ पर किया था गजब का डांस

एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, कुछ अधिकारी कार्यालय में देरी से पहुंचते हैं और कई दिनों की छुट्टी पर चले जाते हैं. ऐसा ²ष्टिकोण कार्य की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है. सूत्र ने कहा, "दरअसल कोविड-19 महामारी के कारण कुछ अधिकारी अनियमित समय पर आ रहे हैं. लेकिन निदेशक के आदेश के बाद अब पूरा स्टाफ अब समय पर आने लगा है." सीबीआई प्रमुख ने अपने आदेश में कहा, "इसकी उम्मीद नहीं जानी चाहिए कि मुझे आपको समय पर कार्यालय आने के लिए याद दिलाया पड़े. कृपया सुनिश्चित करें कि मैं आपको फिर से यह याद न दिलाऊं." सीबीआई प्रमुख द्वारा इस आदेश के बारे में पूछे जाने पर एजेंसी के प्रवक्ता ने कोई जवाब नहीं दिया.