आखिर क्यों फ्लॉप हो गई थी अनिल कपूर और श्रीदेवी की महंगी फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा', डायरेक्टर सतीश कौशिक ने खोला राज
सतीश कौशिक (Image Credit: Instagram)

श्रीदेवी-अनिल कपूर अभिनीत फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा' (Roop Ki Rani Choron Ka Raja) की रिलीज के सत्ताईस साल बाद, निर्देशक सतीश कौशिक (Satish Kaushik) ने यह राज खोला कि आखिर उन्हें क्यों लगता है कि यह फिल्म भारतीय बॉक्स-ऑफिस पर असफल रही. 'रूप की रानी चोरों का राजा' 1993 में रिलीज हुई थी और व्यापक रूप से रिलीज होने के लिए इसे बॉलीवुड की सबसे महंगी फिल्मों में से एक के रूप में माना जाता था. इस फिल्म से कौशिक ने निर्देशन की शुरुआत की, जो इसे अपना पहला बच्चा कहना पसंद करते हैं. इस फिल्म में जैकी श्रॉफ, अनुपम खेर और जॉनी लीवर भी थे.

1987 में इस फिल्म की घोषणा की गई थी लेकिन ये लंबे समय बाद आई थी. इसकी घोषणा के वक्त श्रीदेवी-अनिल कपूर की सुपरहिट 'मिस्टर इंडिया' रिलीज हुई थी. शुरू में इस फिल्म को शेखर कपूर द्वारा निर्देशित किया जा रहा था, जिन्हें 'मिस्टर इंडिया' के लिए भी बुलाया गया था. हालांकि, जब कपूर ने इस परियोजना को आधूड़ा छोड़ दिया, तो कौशिक को इसमें शामिल किया गया. कौशिक मानते हैं कि यह देरी फिल्म की असफलता का एक कारण थी.

सतीश ने आईएएनएस को बताया, "फिल्म बनाने में लंबा समय लगा. इसके अलावा, मुझे लगता है कि पहली फिल्म के निर्देशन के लिए यह गलत फिल्म थी. किसी भी निर्देशक के लिए पहली फिल्म वह होनी चाहिए, जो उसके व्यक्तित्व, विश्वास और पष्ठभूमि की कुछ चीजों को दर्शाए."

उन्होंने कहा, "आम आदमी के शब्दों में, मैं कह सकता हूं कि 'पैंट-शर्ट पहनने वाले लड़के ने पहली ही फिल्म में तक्सीडो पहन लिया. जब मैंने अनिल और काजोल के साथ 'हम आपके दिल में रहते हैं' पर काम किया तो मुझे यह अपने घर जैसा लगा. मैं फिल्म का माहौल और दुनिया को महसूस कर सका. यह मेरी पहली हिट फिल्म थी."

वह फिल्म को अपना पहला बच्चा मानते हैं. " 'रूप की रानी चोरों का राजा' मेरी पहली संतान थी और मेरा पहला बच्चा कुश भी फिल्म की रिलीज के तुरंत बाद पैदा हुआ था. मैंने दोनों बच्चों को खो दिया (उनके बेटे का निधन हो गया और फिल्म फ्लॉप हो गई), लेकिन मुझे दोनों पर गर्व है. जैसा कि मैं कुश को याद करता रहता हूं, वैसे ही मैं 'रूप की रानी चोरों का राजा' के ट्रेन डकैती का दृश्य देखता रहता हूं, 'चंडी का चमचा' और 'दुश्मन दिल का' जैसे गाने सुनता रहता हूं और बाबा (आजमी) के कैमरा वर्क, वीरू देवगन की एक्शन सीक्वेंस, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का संगीत और अनिल, श्रीदेवी, जैकी, जॉनी, परेश और अनुपम का बेहतरीन अभिनय भी याद करता रहता हूं. मैं गर्व से कह सकता हूं कि मेरे पहले दोनों बच्चे कमाल के थे और वे मेरी जिंदगी से कभी बाहर नहीं जाएंगे."

कौशिक ने फिल्म से अपनी 'बॉक्स-ऑफिस' कमाई के बारे में कहा कि वह अच्छी नहीं रही. यह 'फ्लॉप' रही थी.