सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद विवादों से घिरे करण जौहर का राम गोपाल वर्मा ने किया समर्थन, कहा- नेपोटिज्म के बिना सोसाइटी नहीं चलती
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सोशल मीडिया पर एक नई चर्चा शुरू हो गई जिसमें ये कहा जाने लगा कि बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और फिल्ममेकर्स की लॉबी के चलते परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली.
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद सोशल मीडिया पर एक नई चर्चा शुरू हो गई जिसमें ये कहा जाने लगा कि बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद (Nepotism) और फिल्ममेकर्स की लॉबी के चलते परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली. इस बात को लेकर करण जौहर (Karan Johar) समेत अन्य फिल्ममेकर्स को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल (Troll) किया गया और उन्हें बैन करने तक की मांग उठने लगी. फैंस और कुछ लोगों ने सुशांत की मौत के पीछे करण जौहर जैसे फिल्ममेकर्स को दोषी ठहराना शुरू कर दिया. ये कहा गया कि करण ने हमेशा प्रतिभा की अनदेखी करके स्टारकिड्स का चयन किया.
इस विवाद के बढ़ने के बाद अब फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा (Ram Gopal Varma) ने करण जौहर का समर्थन किया है. करण के सपोर्ट में आगे आए रामू ने ट्विटर पर लिखा, "करण जौहर के साथ जो हो रहा है वो हास्यास्पद है और इस बात का प्रतीक है कि इन्हें इंडस्ट्री के कामकाज की समझ नहीं है. अगर ये मान भी ले कि करण को सुशांत से प्रॉब्लम थी, ये उनकी चॉइस है कि उन्हें किसके साथ काम करना है जैसे ये किसी भी निर्देशक पर निर्भर करता है कि वो किसके साथ काम करना चाहता है."
रामू ने लिखा, "ये अज्ञानी सोशल लिंचिंग वाला झुंड है और इन्हें लगता है कि सुशांत पीड़ित है जबकि असल में यहां करण जौहर बड़े पीड़ित हैं."
राम गोपाल वर्मा ने आगे लिखा, "बिना नेपोटिज्म के ये समाज ढह जाएगा और ये हमारी सामाजिक ढांचे की बुनियाद है. जिस तरह से तुम्हें दूसरों की पत्नी को ज्यादा प्रेम नहीं करना चाहिए वैसे ही दूसरों के बच्चों को भी ज्यादा प्रेम नहीं करना चाहिए."
अंत में राम गोपाल वर्मा ने कहा, "नेपोटिज्म को नकारात्मक रूप से लेना एक मजाक है क्योंकि पूरी सोसाइटी पारिवारिक रूप से बनी है. क्या शाहरुख खान को आर्यन की जगह किसी और को लॉन्च करना चाहिए क्योंकि वो ज्यादा टैलेंटेड है?"