सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) चार हफ्ते तक अस्पताल में निमोनिया (Pneumonia) का इलाज कराने के बाद रविवार को घर लौट आईं. 90 वर्षीय गायिका को सांस लेने में परेशानी होने के बाद 11 नवंबर को ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में भर्ती कराया गया था. उन्होंने ट्विटर के जरिए अपनी सेहत की जानकारी दी और स्वस्थ होने की प्रार्थना व शुभेच्छा करने वाले प्रशंसकों को धन्यवाद दिया. लता मंगेशकर ने ट्वीट कर लिखा, 'नमस्कार पिछले 28 दिनों से मैं ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में थी. मुझे न्यूमोनिया हुआ था. डॉक्टर चाहते थे की मैं पूरी तरह से ठीक हो जाऊं फिर घर जाऊं, आज मैं घर वापस आ गई हूं. ईश्वर, माई बाबा के आशीर्वाद और आप सब के प्यार, प्रार्थनाओं से मैं अब ठीक हूं. मैं आप सब की हृदयसे आभारी हूं.
लता मंगेशकर ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, 'मेरे ब्रीच कैंडी के डॉक्टर सच में फरिश्ते हैं, यहां का सभी कर्मचारी वर्ग भी बहुत अच्छा है.आप सब की मैं पुनः एक बार मन से आभारी हूं. ये प्यार और आशीर्वाद ऐसे ही बना रहे.' यह भी पढ़ें- लता मंगेशकर के फेमस गाने ‘लग जा गले’ को गाकर चर्चा में आई 2 साल की ये नन्ही बच्ची, वीडियो हुआ वायरल.
लता मंगेशकर का ट्वीट-
नमस्कार.पिछले 28 दिनोंसे मैं ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में थी। मुझे न्यूमोनिया हुआ था.डॉक्टर चाहते थे की मैं पूरी तरह से ठीक हो जाऊँ फिर घर जाऊँ,आज मैं घर वापस आगयी हूँ. ईश्वर, माई बाबा के आशीर्वाद और आप सब के प्यार,प्रार्थनाओं से मैं अब ठीक हूँ.मैं आप सब की हृदयसे आभारी हूँ.
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) December 8, 2019
मेरे ब्रीच कैंडी के डॉक्टर सच में फ़रिश्ते हैं, यहाँ का सभी कर्मचारी वर्ग भी बहुत अच्छा है.आप सब की मैं पुनः एक बार मन से आभारी हूँ. ये प्यार और आशीर्वाद ऐसे ही बना रहे।
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) December 8, 2019
उल्लेखनीय है कि हिंदी भाषा में 1,000 से ज्यादा गीतों को अपनी आवाज देने वालीं मंगेशकर को 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. लता मंगेशकर ने इस वर्ष अपना आखिरी गीत रिकॉर्ड किया था. ‘‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’’ 30 मार्च को रिलीज हुआ था. उन्हें 1989 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
भाषा इनपुट