हेमा मालिनी की इस फिल्म को अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था 25 बार, यह था उनका पसंदीदा गाना

अटल जी को कविताएं लिखने का काफी शौक था. इसके अलावा उन्हें फ़िल्में देखना और किताबें पढ़ना भी पसंद था. अगर हिंदी फिल्मों की बात करें तो उन्हें 'देवदास', 'बंदगी' और तीसरी कसम जैसी फ़िल्में बेहद पसंद थी.

हेमा मालिनी और अटल बिहारी वाजपेयी (Photo Credits : PTI and Instagram)

लंबी बीमारी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया. 93 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. दिल्ली के एम्स अस्पताल में अटल जी का निधन हुआ. उनके पार्थिव शरीर को उनके निवास लाया जा चुका है. शुक्रवार को 4 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अटल जी को कविताएं लिखने का काफी शौक था. इसके अलावा उन्हें फ़िल्में देखना और किताबें पढ़ना भी पसंद था. अगर हिंदी फिल्मों की बात करें तो उन्हें 'देवदास', 'बंदगी' और तीसरी कसम जैसी फ़िल्में बेहद पसंद थी.

हॉलीवुड फिल्मों में 'द ब्रिज ऑन द रिवर कवाई' उनकी फेवरेट थी. बॉर्न फ्री और गांधी नामक फिल्मों ने भी उन्हें काफी प्रभावित किया था.

फिल्म 'बंदगी' का गाना 'ओ रे मांझी' उनका पसंदीदा था. एसडी बर्मन ने इस गाने का म्यूजिक दिया था. इसके अलावा अटल जी को 'कभी-कभी मेरे मन में' नामक गीत भी काफी पसंद था. इस गीत को मुकेश और लता मंगेशकर ने गाया था. अटल जी ने अभिनेत्री हेमा मालिनी की फिल्म 'सीता और गीता' को 25 बार देखा था.उन्हें यह फिल्म बेहद पसंद थी. हेमा मालिनी ने एक प्रोग्राम के दौरान खुद इस बात का जिक्र किया था.

अटल बिहारी वाजपेयी को भारतीय राजनीति के 'भीष्म पितामह' के रूप में भी जाना जाता है. यही कारण है कि उन्हें जनता, उनकी पार्टी और विपक्ष के नेता भी बेहद पसंद करते हैं.वाजपेयी ने दिसंबर 2005 में सक्रिय राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान किया था. 2015 में उन्हें 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया था.

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