अक्षय कुमार और मौनी रॉय स्टारर फिल्म 'गोल्ड' कल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर रिलीज होने को तैयार है. हमेशा अपनी फिल्मों के माध्यम से देशभक्ति और समाज को गहरा संदेश देने वाले अक्षय कुमार की ये फिल्म भी कुछ इसी प्रकार की है. इससे पहले हमने शाहरुख खान की फिल्म 'चक दे इंडिया' देखी जिसमें वो हॉकी खेलते नजर आए. इस फिल्म में भी अक्षय हॉकी खेलते नजर आएंगे लेकिन ये फिल्म एक अलग कहानी बयां करती है. इस फिल्म द्वारा टीवी एक्ट्रेस मौनी रॉय भी बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं. ऐसे में ये फिल्म उनके लिए भी बेहद खास है. इसके अलावा फिल्म में अमित साध और कुनाल कपूर ने भी काम किया है.
आज मुंबई में मीडिया के लिए इस फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग रखी गई और ये फिल्म दिखाया गया. इस फिल्म की स्क्रीनिंग से ही हम आपके लिए इसका एक शॉर्ट रिव्यू लेकर आए हैं. हमने फिल्म का पहला पार्ट देखा और फ़िल्म की शुरुआत में दिखाया गया है कि किस तरह से अंग्रेजी हुकूमत के बोझ तले दबे भारतीय खिलाड़ी अपनी जीत से बहु खुश नहीं हैं. भले ही वो ओलिंपिक खेल में गोल्ड जीतते हैं लेकिन वो ब्रिटिश इंडिया के लिए है और यही बात उन्हें परेशान करती है. उन्हें अपने वतन अपने भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने है. यहां अक्षय कुमार भारतीय (ब्रिटिश इंडिया) हॉकी टीम के मैनेजर हैं. फ़िल्म के अगले हिस्से में दिखाया गया है कि विश्व युद्ध 2 के चलते 12 साल तक ओलिंपिक खेल का आयोजन नही किया जाता है. अक्षय ओलिंपिक खेल की राह तकते अब बेहद परेशान हैं.
लेकिन 12 साल बाद ओलिंपिक खेल की घोषणा की जाती है और अक्षय एक बार फिर अपने वतन के लिए गोल्ड लाने के सपने को पूरा करने चल पड़ते हैं. वो जगह जगह से बेहतरीन खिलाड़ियों की एक टीम बनाते हैं और इसी दौरान देश को आजादी भी मिल जाती है. लेकिन यहां अब नई मुसीबत सामने आती है. देश आजाद होने के चलते भारत दो हिस्सों में बंट जाता है. भारत और पाकिस्तान अलग होने के कारण अक्षय की टीम की कुछ खिलाड़ियों को बीच में ही हताश होकर पाकिस्तान जाना पड़ता है. अब क्या अक्षय अपना सपना पूरा कर पाएंगे? क्या वो भारत के लिए गोल्ड जीत पाएंगे? इन सभी बातों को जानने के लिए हमें फॉलो करते रहें
इस फिल्म का निर्देशन रीमा कागटी ने किया है और इसका निर्माण रितेश सिधवानी ने फरहान अख्तर के साथ मिलकर किया है.