Enviro Infra Engineers ने शेयर बाजार में की धमाकेदार एंट्री, 50% प्रीमियम पर शुरू किया कारोबार
Enviro Infra Share Price : बीएसई पर एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के शेयर की शुरुआत 47 प्रतिशत प्रीमियम के साथ हुई.
Enviro Infra Engineers IPO Listing : एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स ने शुक्रवार 29 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में धमाकेदार एंट्री की है. घरेलू बाजार में कंपनी के शेयर 50 प्रतिशत प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए है. एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स आईपीओ का शेयर अलॉटमेंट गुरुवार को हुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स का स्टॉक 220 रुपये प्रति शेयर पर खुला, जो आईपीओ मूल्य बैंड के ऊपरी छोर पर 48.64 प्रतिशत का प्रीमियम दर्शाता है। वहीँ, एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के शेयरों ने बीएसई पर 47.29% प्रीमियम के साथ 218 रुपये प्रति शेयर पर अपने कारोबार की शुरुआत की. सुबह करीब 10:15 बजे एनएसई पर कंपनी का कुल मार्केट कैप 3,861.66 करोड़ रुपये था.
650 करोड़ रुपये के एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स के आईपीओ को तीन दिवसीय बोली प्रक्रिया के दौरान निवेशकों से बढ़िया रिस्पांस मिला था. सीवेज ट्रीटमेंट सॉल्यूशन प्रदाता कंपनी के आईपीओ को मंगलवार को बोली के अंतिम दिन तक 89.90 गुना सब्सक्रिप्शन मिला.
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, आरंभिक शेयर बिक्री में 3,07,93,600 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 2,76,83,13,747 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. पात्र संस्थागत खरीदारों के हिस्से को 157.05 गुना अभिदान मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित कोटा को 153.80 गुना अभिदान मिला. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के हिस्से को 24.48 गुना अभिदान मिला.
एनवायरो इन्फ्रा इंजीनियर्स ने एंकर यानी बड़े निवेशकों से करीब 195 करोड़ रुपये जुटाए थे. कंपनी के 650 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 140-148 रुपये प्रति शेयर रखा था. कंपनी का आईपीओ 3.87 करोड़ इक्विटी शेयरों के नए निर्गम और प्रवर्तकों द्वारा 52.68 लाख शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है.
नए निर्गम से प्राप्त 181 करोड़ रुपये का उपयोग कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा, 100 करोड़ रुपये का उपयोग कर्ज के भुगतान के लिए किया जाएगा, 30 करोड़ रुपये कंपनी की अनुषंगी इकाई ईआईईएल मथुरा इन्फ्रा इंजीनियर्स में उत्तर प्रदेश के मथुरा में छह करोड़ लीटर प्रतिदिन क्षमता वाला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने के लिए डाले जाएंगे. इसके अलावा, एक हिस्सा सामान्य कंपनी कामकाज पर खर्च किया जाएगा.