लखनऊ, 20 अक्टूबर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मान चुके हैं कि राज्य में उनकी सरकार के दिन गिने-चुने रह गये हैं, इसीलिये वह बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार कार्य में जुट गये हैं।
अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा ''मुख्यमंत्री ने मान लिया है कि प्रदेश में उनकी सरकार के दिन गिने-चुने रह गए हैं। हर मोर्चे पर विफलता के नाते वह आगामी आम चुनाव में टिक नहीं पाएंगे। इसलिए इन दिनों वह बिहार में चुनाव प्रचार में लग गए हैं। न यहां रहेंगे, न जनता की चीख पुकार सुनाई देगी।''
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में जनता बुरी तरह त्रस्त है। कमजोरों पर भाजपा सरकार की दहशतगर्दी इतनी बढ़ी हुई है कि लोग विधान भवन के सामने ही आत्मदाह करने को मजबूर हो रहे हैं। प्रदेश के सर्वाधिक सुरक्षित क्षेत्र में आत्मदाह की घटनाएं सरकार के संवेदनहीन एवं अमानवीय होने का प्रमाण है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कमजोरों पर सरकार का अत्याचार बढ़ता जा रहा है। दलितों पर अत्याचार सभी हदें पार कर गया है। बाराबंकी में दुकान पर कब्जे और लखनऊ में मकान मालिक के उत्पीड़न से क्षुब्ध लोगों ने कल आत्मदाह का रास्ता अपनाया। महाराजगंज से आई एक महिला ने भी खुद को आग लगा ली थी, जिससे उसकी मौत हो गयी।
अखिलेश ने कहा कि शायद भाजपा के पास कोई योजना नहीं होने से इसका नेतृत्व हताशा में डूब गया है। मुख्यमंत्री ने यह फार्मूला अपना रखा है 'जनता के नाम जो समाजवादी पार्टी का काम, बस उसे कर लेना है अपने नाम।'
उन्होंने कहा ''भाजपा नेतृत्व यह नहीं भूले कि जनता भी सच जानती और पहचानती है। जैसे ही विधानसभा चुनाव 2022 की घड़ी आएगी, वह अपने मतों से दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी।''
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