नयी दिल्ली, 15 अप्रैल यूट्यूब के मुख्य उत्पाद अधिकारी नील मोहन ने कहा कि उनकी कंपनी वीडियो स्ट्रीमिंग मंच के खुलेपन को बनाए रखने के साथ ही उपयोगकर्ताओं को नुकसानदेह कंटेंट से बचाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है।
शीर्ष कार्यकारी ने कहा कि यूट्यूब के पास उपयोगकर्ताओं, रचनाकारों और भागीदारों के पूरे तंत्र को नफरत भरे भाषणों, गलत सूचनाओं और हानिकारक सामग्री जैसे पहलुओं से बचाने के लिए हमेशा से मजबूत सामुदायिक दिशानिर्देश रहे हैं।
उन्होंने रायसीना संवाद के एक सत्र में कहा, ‘‘हम सरकारी एजेंसियों, नियामकों के साथ काम करना चाहते हैं... पूरी दुनिया में इस बात पर चर्चा हो रही है कि यूट्यूब किस तरह ऐसी भूमिका निभा सकता है, जो सरकारों द्वारा तय ढांचे को संतुष्ट करती है... हम वर्षों से ऐसा कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, भारत में पिछले 13 वर्षों से, और हम आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी ने जब अपने सामुदायिक दिशानिर्देशों और नियमों को बनाया, तब यह खुले रूप में किया गया और साथ ही इस संबंध में दुनिया के सभी हिस्सों के राजनीतिक क्षेत्र के साथ परामर्श किया गया।
मोहन ने कहा, ‘‘हम इन दिशानिर्देशों को अपनी साइट पर स्पष्ट रूप से प्रकाशित करते हैं, और हम उन्हें समान रूप से लागू करने की कोशिश करते हैं, चाहें वह एक आम नागरिक हो या राज्य के प्रमुख।’’
उन्होंने आगे जोर देकर कहा कि यूट्यूब एक खुले मंच के रूप में अपनी जिम्मेदारी को समझता है।
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