गिरफ्तारी के बावजूद नवाब मलिक को इस्तीफा देने के लिए क्यों नहीं कहा गया : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी को लेकर राज्य की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उन्हें पद छोड़ने के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं.
मुंबई, 26 फरवरी : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी को लेकर राज्य की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उन्हें पद छोड़ने के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने शनिवार को पुणे में संवाददाताओं से कहा कि इससे पहले भी आरोपों का सामना कर रहे एमवीए सरकार के कुछ मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दिया था, इसलिए मलिक को भी इस परंपरा का पालन करते हुए मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए.
चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ‘‘नवाब मलिक पर धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. यदि कोई सरकारी कर्मचारी आपराधिक आरोपों का सामना करता है और उसे गिरफ्तार किया जाता है, तो उस व्यक्ति को न केवल निलंबित किया जाता है, बल्कि वह अपना पद भी खो देता है.’’ भाजपा नेता ने कहा कि नवाब मलिक पर भी यही नियम लागू होना चाहिए और मुख्यमंत्री उनका इस्तीफा क्यों नहीं मांग रहे हैं? उन्होंने कहा कि नवाब मलिक का इस्तीफा न लेकर राज्य की एमवीए सरकार एक आरोपी को बचा रही है और भाजपा इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. यह भी पढ़ें : UP Assembly Election 2022: परिवारवादी पार्टी कभी उत्तर प्रदेश का भला नहीं कर सकती- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नवाब मलिक को धनशोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार किया था . इसके बाद पीएमएलए अदालत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक को तीन मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया था. ईडी का कहना है कि यह जांच, भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके सहयोगियों आौर मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से जुड़ी धन शोधन की जांच से संबंधित है. नवाब मलिक को शुक्रवार को पेट में दर्द होने की शिकायत के बाद मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.