सांबा (जम्मू कश्मीर), 12 सितंबर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिविल-सैन्य समावेश की आवश्यकता पर जोर देते हुए मंगलवार को कहा कि जब राष्ट्र की सुरक्षा की बात आती है तो सभी राजनीतिक दल एकजुट होते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की सराहना की.
रक्षा मंत्री ने कहा, “बीआरओ सिविल-सैन्य समावेश का एक शानदार उदाहरण है और सीमाओं पर बुनियादी ढांचे के विकास में इसकी भूमिका सुनहरे अक्षरों में लिखी जाएगी.” यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, “सिविल-सैन्य समावेश समय की मांग है क्योंकि देश की सुरक्षा केवल हमारे सशस्त्र बलों की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि नागरिकों की भी है.” उन्होंने 2,941 करोड़ रुपये की लागत से, बीआरओ द्वारा पूरी की गई कुल 90 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
उन्होंने हिंदू धार्मिक ग्रंथों का हवाला देते हुए कहा, “हमें अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए मिलकर काम करना होगा.” रक्षा मंत्री ने कहा, “मैं इन महत्वपूर्ण सीमा परियोजनाओं के पूरा होने पर सभी को बधाई देना चाहता हूं. भारत की ताकत यह है कि जब हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती मिलती है या भारत माता को खतरा होता है, तो सभी राजनीतिक दल अपने वैचारिक मतभेदों को किनारे रख देते हैं और दुश्मन का मुकाबला करने के लिए एक साथ आ जाते हैं.”
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