उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि यह (जवाब) कब और कैसे दिया जाएगा. लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा कि इजराइल अब भी अपने कदमों पर विचार कर रहा है लेकिन ईरानी मिसाइलों और हमलावर ड्रोनों के हमले का “जवाब दिया जाएगा”. हलेवी ने नेवातिम हवाई अड्डे की यात्रा के दौरान यह बात कही. इजराइल का कहना है कि ईरानी हमले में नेवातिम हवाई अड्डे को मामूली क्षति हुई है.
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू संभावित प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं. ईरान द्वारा सैकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों से किए गए हमले के बाद दुनियाभर के देशों के नेता इजराइल से जवाबी कार्रवाई नहीं करने का आग्रह कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : मस्जिद के निर्माण के लिए दान किये गए अंडे की नीलामी से 2.26 लाख रुपये मिले
शनिवार को हुआ ईरानी हमला पहला मौका था जब देश की 1979 की इस्लामी क्रांति से चली आ रही दशकों की दुश्मनी के बावजूद, ईरान ने इजराइल पर सीधा सैन्य हमला किया है. यह हमला सीरिया में संदिग्ध इजराइली हमले के दो सप्ताह से भी कम समय के बाद हुआ, जिसमें एक ईरानी वाणिज्यदूतावास भवन में दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई थी. इजराइली सेना का कहना है कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित अन्य देशों की मदद से ईरान द्वारा किए गए 99 प्रतिशत ड्रोन और मिसाइलों हमलों को रोक दिया गया था. कथित अवरोधों के बावजूद, ईरान ने हमले को सफल बताया है.