देश की खबरें | मुंबई में भारी बारिश के बीच जलभराव और यातायात संकट, शिंदे ने हालात का जायजा लिया

मुंबई, पांच जुलाई मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को भारी बारिश के कारण अनेक स्थानों पर जलभराव देखने को मिला, जिससे ट्रेन और वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने राज्य प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक सावधानी बरतने समेत यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई जान-माल का नुकसान न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ग्रस्त इलाके से साढ़े तीन हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है।

बरसात से महानगर में सामान्य जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और तत्काल राहत मिलती नजर नहीं आ रही। नगर निकाय के अधिकारियों ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटों में मुंबई और इसके उपनगरों में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना जतायी है।

उन्होंने कहा कि द्वीप शहर (दक्षिण मुंबई) में सुबह आठ बजे समाप्त 24 घंटों की अवधि में औसतन 95.81 मिमी बारिश हुई, जबकि इसी अवधि के दौरान पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 115.09 मिमी और 116.73 मिमी बारिश दर्ज की गई।

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों ने कहा कि सुबह आठ बजे से 11.30 बजे के बीच द्वीप शहर में औसतन 41 मिमी बारिश हुई, जबकि पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 85 मिमी और 55 मिमी बारिश हुई।

रेलवे सूत्रों ने कहा कि मुंबई की जीवन रेखा मानी जाने वाली उपनगरीय ट्रेन सेवाएं कुर्ला के पास पटरियों पर जलजमाव के कारण मध्य रेलवे (सीआर) के मुख्य और हार्बर कॉरिडोर पर प्रभावित हुईं।

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा कि मध्य रेलवे मार्ग के सायन, कुर्ला, तिलक नगर और वडाला क्षेत्रों में पटरियां पानी में डूब गईं।

यात्रियों ने पड़ोसी नवी मुंबई में हार्बर लाइन पर पनवेल, खंडेश्वर और मानसरोवर स्टेशन में कुछ सबवे में गंभीर जल-जमाव की शिकायत की, जिससे उन्हें टखने तक पानी से गुजरना पड़ा।

आईएमडी ने अगले चार दिनों में महाराष्ट्र के लिए भारी बारिश की चेतावनी की है, जिसके बाद मुख्यमंत्री शिंदे ने राज्य प्रशासन के अधिकारियों को सावधानी बरतने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कोई जान-माल का नुकसान न हो।

आईएमडी ने दक्षिण कोंकण क्षेत्र और गोवा के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ और उत्तरी कोंकण, उत्तर मध्य और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्रों के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।

मौसम विभाग चार रंग पर आधारित भविष्यवाणियां जारी करता है। हरे रंग का मतलब कोई चेतावनी नहीं, पीले रंग का मतलब निगरानी रखें, नारंगी रंग का मतलब सतर्क रहना है, जबकि लाल रंग का मतलब चेतावनी है और इस स्थिति में कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि शिंदे ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के कलेक्टरों के संपर्क में हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल को भी अलर्ट रहने को कहा गया है।

बयान में कहा गया है कि मुंबई की स्थिति पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार मुंबई के पास स्थित रायगढ़ जिले में कुंडलिका नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। अंबा, सावित्री, पातालगंगा, उल्हास और गढ़ी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है।

सीएमओ के बयान में कहा गया, ‘‘बढ़ती बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने मुख्य सचिव मनु कुमार श्रीवास्तव के साथ चर्चा की है। संरक्षक सचिवों को अपने जिलों में पहुंचने और स्थिति की निगरानी करने के लिए कहा गया है।’’

जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को भारी बारिश को देखते हुए सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने को कहा गया है। अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लोकप्रिय हिल स्टेशन महाबलेश्वर, पश्चिमी महाराष्ट्र के पड़ोसी इलाकों और कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप कोयना बांध का जल स्तर बढ़ गया।

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