बलौदाबाजार (रायपुर), 11 मई छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में जिला प्रशासन ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों से वसूली गई जुर्माना की राशि को पीपीई किट खरीदने तथा स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए उपयोग करने का फैसला किया है।
बलौदाबाजार जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि जिले में कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन अब भी जारी है। इस दौरान लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने पर जिले के नगरीय निकायों, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग और अन्य विभागों द्वारा जुर्माना वसूला जा रहा है।
बलौदाबाजार जिला प्रशासन द्वारा जुर्माने से प्राप्त राशि का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने के लिए राशि को जिले के सरकारी अस्पतालों का संचालन करने वाली जीवनदीप समिति में जमा किया जा रहा है।
जीवनदीप समिति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन करती है। क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी इस समिति के अध्यक्ष होते हैं तथा विकासखंड चिकित्सा अधिकारी सचिव होते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में लॉकडाउन के बावजूद भी कुछ लोग जो बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं या प्रतिबंधित कार्य कर रहे हैं उनके विरुद्ध प्रशासन कार्रवाई कर जुर्माना वसूल रहा है। आमतौर पर यह राशि संबंधित विभाग के द्वारा उपयोग में लाई जाती है लेकिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उपयोग के लिए इस राशि को जीवनदीप समिति में जमा करने का निर्देश बलौदाबाजार कलक्टर कार्तिकेय गोयल ने दिया है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मी और अन्य कोरोना योद्धाओं में लोगों की स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना का जोख़िम अधिक होता है जिसके कारण उन्हें पीपीई किट, मास्क और अन्य संसाधन की जरूरत होती है।
उन्होंने कहा, “जीवनदीप समिति में जमा राशि का उपयोग अस्पतालों के रखरखाव, उन्नयन और संसाधनों के लिए किया जाता है। ऐसे में जीवनदीप समिति में जुर्माने की राशि जमा करने से कोरोना से लड़ाई में हम अधिक मजबूत होंगे। इसलिए लॉकडाउन के उल्लंघन पर वसूली गई राशि को जीवनदीप समिति में जमा कराने का निर्देश दिया गया है।”
बलौदाबाजर जिले के कलक्टर कार्तिकेय गोयल ने बताया कि विभिन्न संस्थाओं और विभागों को जीवनदीप समिति के नाम से ही चालान काटने के निर्देश दिए गए हैं जिससे इस तरह वसूली गई सारी राशि सीधे जीवनदीप समिति में जमा किया जा सके।
गोयल ने बताया कि अब तक विभिन्न विभागों द्वारा चालान काटने की कार्रवाई से जुर्माने के रूप में तीन लाख रूपए से भी अधिक की राशि वसूल की गई है जो सीधे जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित जीवन दीप समिति में जमा की जाएगी।
सं संजीव
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