जयपुर, चार नवंबर राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित विख्यात रणथंभौर बाघ अभयारण्य के पास ग्रामीणों ने एक बाघ को मार डाला। एक अधिकारी ने बताया कि इस बाघ की पहचान ‘टी-86’ के रूप में हुई है।
अधिकारी के अनुसार अभयारण्य के पास उलियाना गांव में ग्रामीणों ने 12 वर्षीय इस बाघ को इस संदेह में मार डाला कि यह वही जानवर है जिसने 51 वर्षीय व्यक्ति का शिकार किया था।
अधिकारी ने बताया कि रविवार दोपहर उलियाना में एक मृत बाघ मिला जिसके शरीर पर हमले के निशान थे।
रणथंभौर बाघ अभयारण्य (आरटीआर) के क्षेत्रीय डायरेक्टर अनूप के.आर. ने कहा, ‘‘फिलहाल बाघ का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।’’
एक अन्य वन अधिकारी ने कहा कि ‘टी-86’ के चेहरे पर चोट के निशान बताते हैं कि उस पर कुल्हाड़ी जैसी धारदार चीज से हमला किया गया और पत्थर फेंके गए।
उन्होंने बताया कि एक पुराने घाव से संकेत मिलता है कि संभवत: वह किसी अन्य बाघ के साथ लड़ाई में घायल हुआ होगा। उन्होंने कहा कि करीब 20 से अधिक ग्रामीणों ने रविवार दोपहर ‘टी-86’ पर हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि बाघ बूढ़ा था और दूसरे बाघ के साथ संघर्ष में घायल हो गया था और वन विभाग की निगरानी में था।
उन्होंने बताया कि मृत बाघ उसी स्थान पर मिला जहां एक दिन पहले 51 वर्षीय भरतलाल का शव मिला था। उन्होंने बताया कि बाघ ने बकरियां चराने गए भरतलाल पर हमला कर दिया था जिससे उसकी मौत हो गई।
पृथ्वी
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