Vice President Election: उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) ने रविवार को कहा कि वह इस पद के लिये उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले को ‘बड़ी विनम्रता’ के साथ स्वीकार करती हैं. अल्वा ने खुद में भरोसा जताने के लिए विभिन्न दलों के नेताओं का आभार भी व्यक्त किया. सत्रह विपक्षी दलों के नेताओं ने देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए होने वाले चुनाव के वास्ते 80 वर्षीय अल्वा को रविवार को सर्वसम्मति से अपना संयुक्त उम्मीदवार चुना.
उपराष्ट्रपति चुनाव में राजस्थान की पूर्व राज्यपाल अल्वा का मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी एवं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से होगा. विपक्षी दलों के उनके नाम की घोषणा करने के तुरंत बाद अल्वा ने ट्वीट किया, “भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में नामित होना गर्व और सौभाग्य की बात है, मैं इस फैसले को बड़ी विनम्रता से स्वीकार करती हूं, विपक्षी दलों के नेताओं का आभार जताती हूं कि उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया है, जय हिंद. यह भी पढ़े: Vice President Election 2022: मार्गरेट अल्वा होंगी विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार, शरद पवार ने किया ऐलान
It is a privilege and an honour to be nominated as the candidate of the joint opposition for the post of Vice President of India. I accept this nomination with great humility and thank the leaders of the opposition for the faith they’ve put in me.
Jai Hind 🇮🇳
— Margaret Alva (@alva_margaret) July 17, 2022
विपक्षी दलों के नेताओं ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना संयुक्त उम्मीदवार चुनने के वास्ते रविवार को दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार के आवास पर बैठक की,
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 जुलाई है,
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)