जयपुर, 13 जून उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को कठिन परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे जवानों की सराहना करते हुए कहा कि उनके साहस और बलिदान के कारण ही सभी देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं।
धनखड़ बृहस्पतिवार को जैसलमेर दौरे के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा ‘‘आप लोगों का योगदान, आपकी तपस्या और कर्तव्यनिष्ठा अभिनंदनीय है, आप बेहद चुनौतीपूर्ण स्थिति में देश सेवा करते हो। बीएसएफ के जवानों के हौसले बढ़ाने में माताओं- बहनों का बहुत बड़ा योगदान है जिन्होंने दिल पर पत्थर रखकर कहा कि, "जाओ और अपने देश की रक्षा करो।"
धनखड़ ने कहा कि वे सैनिक स्कूल के छात्र रहे हैं, इसलिए जवानों के प्रति उनका बहुत स्नेह है।
उन्होंने कहा कि जब मैंने यहां बच्चियों को देखा, तो कभी नहीं सोचा था कि हमारी बेटियाँ इतना उत्कृष्ट काम करेंगी।
उन्होंने कहा ‘‘आज बेटियां कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहीं हैं। इस विषम परिस्थिति में भी राष्ट्र के प्रति आपका समर्पण अनुकरणीय है।’’
इससे पहले धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ का जैसलमेर हवाई अड्डे पहुंचने पर राज्य के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया।
वहां से वे हेलीकॉप्टर द्वारा तनोट माता मंदिर पहुंचे और सभी देशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
इसके बाद उपराष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बावलियांवाला पोस्ट पहुंचे और वहां तैनात बीएसएफ के जवानों से मुलाकात की।
धनखड़ आज रात जैसलमेर में रहेंगे और 154 बटालियन, बीएसएफ के मुख्यालय में एक समारोह में भाग लेंगे तथा शुक्रवार को जवानों और अधिकारियों से बातचीत करेंगे।
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