देहरादून, 15 अगस्त उत्तराखंड के मदमहेश्वर में भारी बारिश में पुल ध्वस्त होने के कारण फंसे 52 श्रद्धालुओं को मंगलवार को राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने एक अभियान चलाकर सुरक्षित निकाल लिया जबकि अन्य को निकालने का कार्य जारी है।
उधर, भूस्खलन की घटनाओं में लापता दो और व्यक्तियों के शव बरामद किए गए।
पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह अतिवृष्टि के कारण 11,473 फीट की उंचाई पर स्थित मदमहेश्वर पैदल मार्ग पर राशि गौंडार पुल टूटने तथा वहां पहुंचने वाले मार्ग का एक हिस्सा ध्वस्त होने से वहां 100-150 श्रद्धालु फंस गए थे।
सूचना मिलने पर एसडीआरएफ ने मौके पर पहुंच कर बचाव अभियान शुरू किया और ‘रोप रिवर क्रासिंग मेथड’ का प्रयोग कर शाम तक वहां फंसे 52 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।
अभियान दल का नेतृत्व कर रहे लक्ष्मण सिंह रावत ने बताया कि बचाव दल द्वारा अत्यधिक विषम परिस्थितियों में घटनास्थल पर पहुंच कर वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि वहां पर पहुंचने वाला 200 मीटर मार्ग ध्वस्त हो चुका था और नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण उसे पार करना भी असंभव था।
उन्होंने बताया कि सूझबूझ का प्रयोग करते हुए चार-पांच घंटे के कठिन प्रयास के बाद 52 श्रद्धालुओं को निकाल लिया गया। अन्य लोगों को निकालने का कार्य जारी है ।
पंचकेदार में से एक माने जाने वाले मदमहेश्वर के बारे में मान्यता है कि यहां पांडवों ने तपस्या की थी।
उत्तराखंड में बारिश के कारण भूस्खलन के बाद मलबे में दबे लोगों की तलाश का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा और गौरीकुंड एवं मोहनचट्टी से दो और शव बरामद किए गए।
रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गौरीकुंड हादसे में लापता एक और व्यक्ति का शव बरामद हो गया।
उन्होंने कहा कि मुनकटिया के पास नदी के किनारे से बरामद हुआ शव एक लड़की का है जिसकी पहचान की कोशिश की जा रही है।इसके साथ ही घटना में लापता हुए 23 व्यक्तियों में से अब तक आठ शव बरामद हो चुके हैं। शेष 15 लापता व्यक्तियों की खोजबीन जारी है।
पुलिस ने बताया कि पौड़ी जिले के मोहनचट्टी में भूस्खलन के बाद मलबे से मंगलवार को एक और शव बरामद हो गया जबकि घटना में लापता तीन अन्य की तलाश की जा रही है।
सोमवार तड़के एक रिजॉर्ट पर भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से मलबा गिरने से हरियाणा के कुरूक्षेत्र के एक परिवार के छह लोग लापता हो गए थे। इनमें से एक बालिका कृतिका वर्मा (10) को सुरक्षित निकाल लिया गया था जबकि एक अन्य व्यक्ति का शव घटना वाले दिन ही बरामद हो गया था।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में ऋषिकेश बैराज-नीलकंठ मार्ग पर बरसाती रपटे में बही कार में सवार एक किशोरी तेजस्विनी शर्मा (14) का शव मंगलवार को बरामद हुआ। हालांकि, उसकी मां तथा एक किशोरवय भाई अभी लापता है जिनकी तलाश की जा रही है ।
उधर, चमोली जिले में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चार स्थानों पर भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद है जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। बदरीनाथ से चमोली के बीच राजमार्ग गडोरा, टंगणी, गुलाबकोटि तथा बलदौड़ा में बंद है।
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