लखनऊ, 27 मई समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और विधानसभा में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ सरकार के विकास के तमाम दावों के उलट उत्तर प्रदेश हर मामले में लगातार गर्त में जा रहा है।
यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार प्रदेश में विकास के तमाम दावे कर रही है मगर सच्चाई से सभी वाकिफ हैं। उन्होंने कहा ''आज किसी भी आंकड़े में, चाहे वह प्राथमिक शिक्षा हो, मध्याह्न भोजन हो या.... आप नीति आयोग के आंकड़े देखें तो उत्तर प्रदेश लगातार नीचे ही जा रहा है।''
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ''प्राथमिक पाठशालाओं में अभी तक किताबों का वितरण नहीं हो पाया। नेता सदन (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) अपने भाषण में अक्षय पात्र का नाम ले रहे थे। मैं उनसे जानना चाहता हूं कि अक्षय पात्र को रसोई के आधुनिकीकरण का जो काम समाजवादी सरकार ने सौंपा था उसे उससे छीन क्यों लिया।''
उन्होंने कहा ''अगर पुलिस कहीं पर सुनवाई नहीं कर रही है तो भाजपा के लोग पुलिस की पिटाई कर रहे हैं। ऐसी न जाने कितनी घटनाएं हुई हैं। रामपुर में पुलिस को पीटा गया, रिवॉल्वर से डराया गया। वो भाजपा के कार्यकर्ता और नेता थे। भाजपा के कार्यकर्ता और नेता हर बुराई में शामिल हैं।''
यादव ने कहा ''जो सरकार यह दावा करती है कि पिछली सरकार में चीनी मिलें बेची गयीं। मैं तो पिछली बार भी भाषण में यही बात सुनता था। मैं यह जानना चाहता हूं कि सपा सरकार के कार्यकाल में कितनी चीनी मिलें बेची गयीं। एक भी चीनी मिल बिकी हो तो बता दें। सरकार चीजों को छुपाना चाहती है कि आज भी गन्ना किसानों के हजारों करोड़ रुपये चीनी मिलों पर बकाया हैं।''
उन्होंने आरोप लगाया ''मंडी को साफ्टवेयर से जोड़ दिया गया। सच्चाई यह है कि मंडी व्यवस्था को बर्बाद कर दिया गया है। अभी कहीं भी गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हुई। सरकार बड़े—बड़े उद्योगपतियों और कारोबारियों से मिल गयी और पूरा का पूरा गेहूं इन कारोबारियों के हाथ बिकवा दिया। किसानों की मदद करनी चाहिये थी, मगर उनके साथ तो धोखा हुआ।''
सलीम
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