वाशिंगटन, सात सितंबर व्हाइट हाउस ने कहा है कि स्वतंत्र और मुक्त हिंद प्रशांत को बढ़ावा देने के लिए और अपने लोगों को अवसर, सुरक्षा, स्वतंत्रता और सम्मान दिलाने के उद्देश्य से अमेरिका, भारत के साथ मिलकर काम करेगा।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरन ज्यां पियरे ने मंगलवार को दैनिक प्रेस वार्ता में संवाददाताओं से कहा कि भारत और अमेरिका बहुत से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में साझेदार हैं जिसमें रक्षा, टीका, जलवायु और प्रौद्योगिकी शामिल है।
यह पूछे जाने पर कि अगले 25 वर्षों में या 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए अमेरिका किस प्रकार सहायता कर सकता है, पियरे ने कहा कि दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क लगातार बढ़ रहा है।
एक सवाल के जवाब में पियरे ने कहा कि अमेरिका अपने लोगों को अवसर, सुरक्षा, स्वतंत्रता और सम्मान दिलाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा।
चीन के इस क्षेत्र में आक्रामक रुख अपनाने के बीच उन्होंने कहा, “अमेरिका एक स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में आगे बढ़ने और दुनिया भर में दोनों देशों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारत के साथ काम करना जारी रखेगा। भारत के साथ हमारी साझेदारी में यही हमारी प्रतिबद्धता है।”
चीन दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर दोनों में क्षेत्रीय विवादों में उलझा हुआ है। चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है।
वियतनाम, मलेशिया, फिलीपींस, ब्रुनेई और ताइवान के हालांकि इसे लेकर अपने दावे हैं।
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