ताजा खबरें | कांग्रेस पर सोरोस के जरिए सरकार को अस्थिर करने के भाजपा के आरोपों पर हंगामा, लोस कार्रवाई ठप

नयी दिल्ली, छह दिसंबर कांग्रेस पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी के अमेरिकी कारोबारी जॉर्ज सोरोस से संबंध होने और उन पर देश की सरकार और संसद को अस्थिर करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों पर विपक्ष के हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस का हाथ सोरोस के साथ।’’

एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे कार्यवाही शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने आवश्यक दस्तावेज पेश कराने के बाद शून्यकाल शुरू कराया और निशिकांत दुबे को बोलने की अनुमति दी।

उन्होंने कहा कि दुबे को कल कुछ कहना था, वह अपनी बात रखेंगे। कांग्रेस सदस्य इस पर हंगामा करने लगे।

भाजपा सांसद दुबे ने शून्यकाल में कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से दस सवाल पूछना चाहते हैं। उन्होंने जॉर्ज सोरोस के एक एनजीओ से जुड़े व्यक्ति के राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस नेता ने सोरोस से पैसा लिया?

दुबे के बयानों पर कांग्रेस सदस्य आपत्ति जताने लगे और आसन के समीप आ गए।

समाजवादी पार्टी के सदस्य धर्मेंद्र यादव और तृणमूल कांग्रेस सदस्य सौगत रॉय भी अपने स्थान पर खड़े होकर कांग्रेस सांसदों का समर्थन करते दिख रहे थे।

हंगामा बढ़ने पर पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने कार्यवाही करीब 12.10 मिनट पर दिनभर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल ने दुबे के आरोपों से जुड़े विषय को उठाने का प्रयास किया, हालांकि आसन से इसकी अनुमति नहीं मिली।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस सदस्यों से सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा, ‘‘प्रश्नकाल है, क्या आप सदन नहीं चलाना नहीं चाहते? सदन मर्यादा, गरिमा और उच्च कोटि की परंपराओं से चलेगा। सदन के अंदर न गरिमा गिरने दूंगा और न मर्यादा कम होने दूंगा।’’

कांग्रेस सदस्यों का विरोध जारी रहने पर बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के एक मिनट के भीतर दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।

दुबे ने बृहस्पतिवार को भी सदन में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने एक फ्रांसीसी संस्थान की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस पर विदेशी संस्थाओं ओसीसीआरपी, जीएसीसी और सोरोस फाउंडेशन के साथ मिलकर देश की संसद, सरकार तथा अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जिस पर भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी।

दुबे ने जॉर्ज सोरोस को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि वह पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारना चाहता है।

उन्होंने कहा कि जैसे ही ओसीसीआरपी कोई रिपोर्ट जारी करता है तो नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस सदस्य प्रियंका गांधी और विपक्षी दलों के कुछ राज्यसभा सदस्य तुरंत उसे ट्वीट (सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर) करते हैं।

दुबे ने पेगासस रिपोर्ट, हिंडनबर्ग और कुछ अन्य मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि जब भी ये मामले सामने आए, विपक्षी सदस्यों ने ‘एक्स’ पर तुरंत पोस्ट किया और संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी गई।

गत 25 नवंबर को शुरू हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे और संभल हिंसा को लेकर विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के कारण उचित तरीके से कामकाज नहीं हो सका था।

हालांकि, सरकार और विपक्षी दलों के बीच गतिरोध सोमवार को खत्म हो गया और मंगलवार तथा बुधवार को सदन में निर्बाध तरीके से कामकाज हुआ।

वैभव हक

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