भुवनेश्वर, एक मार्च ओडिशा विधानसभा में बुधवार को उस समय हंगामा हुआ जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने भुवनेश्वर में पार्टी की युवा शाखा की एक रैली के दौरान पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया।
सुबह साढ़े दस बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा विधायक मंगलवार को हुई पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए खड़े हो गए। इसके बाद उन्होंने घटना को लेकर सरकार से बयान की मांग की और पोस्टर व तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए सदन के आसन के सामने पहुंच गए।
गतिरोध जारी रहने पर विधानसभा अध्यक्ष बी.के. अरुखा ने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
पूर्वाह्न 11.30 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर भी हंगामा जारी रहा, जिसके कारण अध्यक्ष को कार्यवाही दो बार 15-15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। गतिरोध दूर करने के लिए अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई।
बैठक के बाद अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्रा को सदन में इस मुद्दे पर बोलने की अनुमति दी।
मिश्रा ने जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया कि बिना वर्दी पहने आए पुलिसकर्मियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट की।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने भाजपा की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया और इसके बजाय आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) समेत विभिन्न धाराओं के तहत भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया।
मिश्रा ने कहा, “मुख्यमंत्री अक्सर कहते हैं कि कानून अपना काम करता है। लेकिन, मैं कहना चाहता हूं कि यहां कानून अपना काम नहीं कर रहा है।”
वहीं बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक अरुण साहू ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है।
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