
वाराणसी नगर निगम के महापौर अशोक तिवारी ने बताया कि नवरात्र में धर्मनगरी काशी के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था और धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मांस-मछलियों की दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मिति से पारित किया गया है।
तिवारी ने कहा कि यदि कोई दुकानदार इस आदेश का उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, कार्यकारिणी के फैसले का अलईपुर वार्ड की पार्षद राजिया विरोध किया। उन्होंने कहा पूरे नौ दिन किसी का व्यवसाय बंद कर देने का निर्णय कहीं से सही नहीं है। इससे हजारों लोगों के व्यवसाय का नुकसान होगा।
राजिया ने कहा कि नवरात्र में मांस मछली की दुकानों को बंद करने का निर्णय अभी निगम की कार्यकारिणी के 12 सदस्यों और महापौर का है। उन्होंने कहा कि सदन में इस निर्णय से जुड़ा प्रस्ताव लाये जाने पर हम लोग विरोध करेंगे।
राजिया ने कहा कि नगर निगम को कुछ इस तरह का फैसला लेना चाहिए जिससे दोनों धर्मों के लोगों की आस्था बनी रहे और रोजी रोटी का भी नुकसान ना हो। इनमें दुकानदारों को मुआवजा देने व (काशी विश्वनाथ) मंदिर के आसपास की दुकाने बंद कराने के विकल्प शामिल हैं।
वाराणासी नगर निगम में कुल 100 पार्षद है, जिसमें से 14 मुसलमान हैं।
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