नयी दिल्ली, 31 दिसंबर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दलित और आदिवासी समुदायों के लोगों के खिलाफ अपराध की कुछ हालिया घटनाओं का हवाला देते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार के "संविधान विरोधी राज" में गरीब तथा वंचित मनुवाद का दंश झेल रहे हैं।
खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया, "संसद में गृहमंत्री अमित शाह, बाबासाहेब डॉ आंबेडकर जी का अपमान करते हैं और भाजपा शासित राज्यों में वही वंचित-विरोधी मानसिकता दोहराई जा रही है।"
उन्होंने कहा, "पिछले दो दिनों में मध्यप्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस हिरासत में हत्या कर दी जाती है। ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा जाता है। हरियाणा के भिवानी में दलित छात्रा को बीए परीक्षा की फीस न भर पाने पर आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ता है।"
उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र के पालघर में एक आदिवासी गर्भवती महिला को आईसीयू की तलाश में 100 किलोमीटर जाना पड़ता है और उसकी मृत्यु हो जाती है।
कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में तीन दलित परिवार पलायन के लिए मजबूर कर दिए जाते हैं क्योंकि उन पर जातिसूचक हमले होते हैं और पुलिस मौन रहती है।
उन्होंने दावा किया, "ये जगज़ाहिर है कि मोदी सरकार के संविधान-विरोधी राज में दलित, आदिवासी, पिछड़े व अल्पसंख्यक वर्ग के ख़िलाफ़ लगातार अत्याचार हो रहे हैं। जो गरीब हैं, वंचित हैं वो मनुवाद का दंश झेल रहें हैं। "
खरगे ने कहा, "दलित-आदिवासी महिलाओं व बच्चों के ख़िलाफ़ हर घंटे एक अपराध होता है और एनसीआरबी(राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो) के मुताबिक़ ये आंकड़े 2014 से दोगुने हो गए हैं। "
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी 140 करोड़ भारतीयों के संवैधानिक अधिकारों का हनन नहीं होने देगी और भाजपा -आरएसएस की संविधान-विरोधी सोच का मुक़ाबला करती रहेगी।"
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