विदेश की खबरें | इजराइली हमलों के बाद संरा सुरक्षा परिषद ने शांति सैनिकों के लिए ‘गंभीर चिंता’ जताई
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

पिछले सप्ताह शांति सेना ‘यूनिफिल’ के ठिकानों पर इजराइल द्वारा किए गए हमलों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई थी और संयुक्त राष्ट्र के सबसे शक्तिशाली निकाय द्वारा इस हमले के बाद दिया गया यह पहला बयान है।

संयुक्त राष्ट्र शांति सेना प्रमुख ज्यां-मैरी लैक्रोइक्स ने पत्रकारों को बताया कि महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को पुष्टि की है कि शांति सैनिक अपने सभी तैनाती स्थलों पर बने रहेंगे। इजराइल ने लेबनान में जमीनी हमलों के दौरान शांति सैनिकों से पांच किलोमीटर उत्तर की ओर जाने का आग्रह किया है।

इजराइल, लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ अपने युद्ध को दोनों देशों के बीच संयुक्त राष्ट्र द्वारा तय की गई सीमा के उस पार बढ़ा रहा है।

ईरान समर्थित उग्रवादी समूह द्वारा एक साल पहले गाजा में अपने सहयोगी हमास के साथ रॉकेट हमले शुरू किए जाने के बाद से दोनों पक्षों के बीच टकराव हो रहा है। हमास ने सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इजराइल में हमलों के साथ युद्ध की शुरुआत की थी।

संयुक्त राष्ट्र में स्विटजरलैंड के राजदूत पास्कल बैरिसविल द्वारा पढ़े गए बयान में सभी पक्षों से ‘‘यूनिफिल कर्मियों और संयुक्त राष्ट्र परिसरों की सुरक्षा तथा संरक्षा का सम्मान करने’’ का आग्रह किया गया है। बैरिसविल सुरक्षा परिषद के वर्तमान अध्यक्ष हैं।

गाजा में युद्ध को लेकर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में गहरे मतभेद हैं। अमेरिका अपने सहयोगी इजराइल का बचाव कर रहा है, जबकि सदस्यों के बीच फलस्तीनियों के लिए समर्थन बढ़ गया है।

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