अधिकारियों ने बताया कि संयंत्र से आखिर में बची महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को निकाल लिया गया है लेकिन यूक्रेन के लड़ाके वहीं फंसे हुए हैं. वहीं, यूक्रेन की सेना ने काला सागर द्वीप पर रूस के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है जिसे रूस ने युद्ध के शुरुआती दिनों में अपने कब्जे में ले लिया था. पश्चिमी सैन्य विश्लेषकों का यह भी कहना है कि यूक्रेन की सेना देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के आसपास बढ़ रही है, जहां अब भी रूस बमबारी कर रहा है. यूक्रेन के नेताओं ने चेतावनी दी है कि 77 साल पहले नाजी जर्मनी की हार का जश्न मनाने के लिए सोमवार को आयोजित विजय दिवस के मद्देनजर रूसी हमले और भी बदतर होंगे और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने लोगों से हवाई हमलों की चेतावनियों को मानने का अनुरोध किया है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर ‘‘यूक्रेन के खिलाफ अपने बिना उकसावे के और क्रूर युद्ध को न्यायोचित ठहराने की कोशिश के लिए इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने’’ का प्रयास करने का आरोप लगाया.
हाल के दिनों में सबसे भीषण युद्ध पूर्वी यूक्रेन में देखा गया है. रूस का हमला वहां डोनबास क्षेत्र पर केंद्रित है जहां रूस समर्थित अलगाववादी 2014 से लड़ रहे हैं. लुहांस्क क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि रूस के हमले में बिलोगोरिव्का गांव में एक स्कूल तबाह हो गया, जहां 90 लोगों ने शरण ली हुई थी. टेलीग्राम पर जलते हुए मलबे की तस्वीरें पोस्ट करने वाले गवर्नर सेरही हेदई ने कहा कि 30 लोगों को बचाया गया है. आपात सेवाओं ने बाद में बताया कि दो शव बरामद किए गए हैं तथा और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. बचाव कार्य रात को निलंबित कर दिया गया लेकिन रविवार को बहाल किया गया. हेदई ने बताया कि प्रिविला शहर में रूस की बमबारी में 11 और 14 वर्ष की आयु के दो लड़के मारे गए जबकि आठ और 12 साल की आयु की दो लड़कियां तथा 69 वर्षीय महिला घायल हो गयीं. रूस ने शनिवार को ओडेसा शहर पर छह क्रूज मिसाइलें दागी. शहर में मंगलवार सुबह तक कर्फ्यू लगा हुआ है. सोशल मीडिया पर पोस्ट की गयी तस्वीरों में काला सागर के इस बंदरगाह शहर पर घना काला धुआं उठता हुआ देखा जा सकता है.
ओडेसा नगर परिषद ने बताया कि चार मिसाइलें एक फर्नीचर कंपनी में गिरी और अन्य दो मिसाइलें ओडेसा हवाईअड्डे पर गिरी. रविवार तड़के कई बार हवाई हमले के सायरन की आवाज सुनी गयी. उपग्रह से ली गयी तस्वीरों के विश्लेषण से पता चलता है कि यूक्रेन काला सागर पर कब्जा करने के रूस के प्रयासों को नाकाम करने के लिए रूसी कब्जे वाले स्नेक आइलैंड को निशाना बना रहा है. मारियुपोल में यूक्रेनी लड़ाकों ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस शहर पर रूस के पूर्ण कब्जे से पहले वहां एक इस्पात संयंत्र में फंसे नागरिकों को निकाला. इस शहर पर कब्जे से मॉस्को को क्रीमियाई प्रायद्वीप तक एक जमीनी संपर्क मिल जाएगा. बचावकर्ताओं के शनिवार को अंतिम नागरिकों को निकालने जाने के बाद जेलेंस्की ने अपने रात्रि संबोधन में कहा कि अब घायलों और चिकित्सकों को निकालने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मारियुपोल और आसपास के शहरों के निवासियों के लिए सुरक्षित मानवीय गलियारा बनाने का काम रविवार को भी जारी रहेगा. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि अजोवस्तल संयंत्र में फंसे अनुमानित 2,000 लड़ाकों का क्या होगा. जेलेंस्की ने कहा कि अधिकारी उन्हें निकालने का रास्ता तलाशने की कोशिश कर रहे हैं.