इस बीच, रूस की अदालत ने साइबेरियाई शहर की रहने वाली एक महिला को सोशल मीडिया पर यूक्रेन युद्ध की निंदा करने के मामले में शुक्रवार को भारी जुर्माना लगाया है। हालांकि, महिला और अभियोजक पक्ष ने मामले में कारावास की सजा देने की मांग की थी।
क्रीमिया में बंदरगाह शहर सेवास्तोपोल में मॉस्को द्वारा नियुक्त गवर्नर मिखाइल राजवोझायेव ने डिपो से निकलती लपटों की तस्वीर और वीडियो अपने टेलीग्राम चैनल पर जारी की है।
राजवोझायेव ने बताया कि बंदरगाह पर लगी आग को बुझाना जटिल होने के कारण उच्च श्रेणी में रखा गया था। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि आग पर काबू पा लिया गया है।
उन्होंने कहा कि तेल डिपो पर ‘दो दुश्मन ड्रोन’ ने हमला किया था और इसमें चार तेल टैंकरों में आग लग गई।
मॉस्को द्वारा तैनात क्रीमिया के गवर्नर सर्गेई अक्सयोनोव ने बताया कि तीसरे ड्रोन को हवा में ही मार गिराया गया एवं चौथे ड्रोन को रेडियो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से निष्क्रिय कर दिया गया।
गौरतलब है कि रूस ने क्रीमिया को यूक्रेन से लेकर खुद में मिला लिया था। हालांकि, दुनिया के अधिकतर देश इस कार्रवाई को अवैध मानते हैं।
इस बीच, रूस की सीवरस्क स्थित अदालत ने पेशे से वकील मरीना नोविकोवा (65), को रूसी सेना के बारे में "झूठी जानकारी फैलाने" का दोषी पाया और 10 लाख रुबल (करीब 10 लाख रुपये) का जुर्माना भरने की सजा सुनाई।
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