Maharashtra: पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीएम केयर्स फंड की जांच की मांग, पूर्व सहयोगी बीजेपी पर निशाना साधा
पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘महामारी के दौरान सभी राज्यों द्वारा किये गये कामों की जांच कीजिए. बीएमसी के तथाकथित भ्रष्टाचार की भी जांच कीजिए, लेकिन तब पीएम केयर्स फंड की भी जांच कीजिए क्योंकि यह लोगों का धन है और उन्हें मालूम होना चाहिए कि उसका इस्तेमाल किस तरह किया गया.’’
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने यह पता करने के लिए बृहस्पतिवार को जांच की मांग की कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान पीएम केयर्स फंड के तहत एकत्रित की गयी धनराशि का किस तरह इस्तेमाल किया गया. उन्होंने कहा कि दो दशक से अधिक समय तक अविभाजित शिवसेना द्वारा शासित रही बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) में यदि कोई भ्रष्टाचार हुआ है तो उसकी जांच की जाए, लेकिन महामारी के दौरान राज्यों द्वारा किये गये कामों की भी जांच की जाए.
अपनी पूर्व सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर प्रहार करते हुए ठाकरे ने कहा कि जिस विचारधारा का देश के स्वतंत्रता संग्राम से कोई लेना -देना नहीं है, वह अब देश पर शासन कर रही है. Maharashtra Politics: शिवसेना-NCP के बाद कांग्रेस में फूट का खतरा? शिंदे गुट के विधायक ने किया बड़ा दावा
पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘महामारी के दौरान सभी राज्यों द्वारा किये गये कामों की जांच कीजिए. बीएमसी के तथाकथित भ्रष्टाचार की भी जांच कीजिए, लेकिन तब पीएम केयर्स फंड की भी जांच कीजिए क्योंकि यह लोगों का धन है और उन्हें मालूम होना चाहिए कि उसका इस्तेमाल किस तरह किया गया.’’
प्रधानमंत्री आपात स्थिति नागरिक सहायता एवं राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) की स्थापना प्राथमिक रूप से कोविड-19 महामारी से जुड़े दबाव से निपटने के लिए विशिष्ट राष्ट्रीय कोष के लक्ष्य के साथ जन परमार्थ न्यास के रूप में की गयी थी. प्रधानमंत्री कोष के अध्यक्ष हैं तथा रक्षामंत्री, गृहमंत्री और वित्त मंत्री उसके सदस्य हैं.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)