
पुणे, 14 फरवरी महाराष्ट्र में दो और लोगों में ‘गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस)’ की पुष्टि होने के साथ ही यहां इस विकार के मामलों की संख्या 205 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि पुष्ट मामलों की संख्या 177 है, जिनमें से 20 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया हैं।
अधिकारी ने बताया कि अब तक इससे आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य में इस विकार के अधिकतर मामले पुणे में सामने आए हैं।
अधिकारियों ने पहले बताया था कि मुंबई के एक अस्पताल में जीबीएस से 53 वर्षीय एक व्यक्ति की भी मौत हो गई, जो तंत्रिका विकार के कारण शहर में पहली मौत थी।
जीबीएस तंत्रिका संबंधी एक दुर्लभ विकार है, जिसमें व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है, जिससे शरीर के हिस्से अचानक सुन्न पड़ जाते हैं। मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है और कुछ निगलने या सांस लेने में भी दिक्कत होती है।
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