गाजियाबाद (उप्र), 22 अप्रैल जिले के मोदीनगर में एक निजी स्कूल की बस की खिड़की से सिर निकालकर बैठे कक्षा तीन के एक छात्र की मौत के मामले में गाजियाबाद के एआरटीओ (सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी) सतीश कुमार और विश्व प्रताप सिंह तथा आरआई प्रेम सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
शुक्रवार को एआरटीओ (प्रशासन) विश्वजीत सिंह ने इसकी पुष्टि की।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के सड़क परिवहन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही को गंभीरता से लिया और अधिकारियों की कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को अधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री ने घटना के दोषियों को दंड देने के साथ ही परिवहन विभाग के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए थे।
सूत्रों ने कहा कि योगी के निर्देश के बाद शासन स्तर से दोनों एआरटीओ-सतीश कुमार और विश्व प्रताप सिंह तथा आरआई प्रेम सिंह को निलंबित कर दिया गया।
गौरतलब है कि मोदीनगर स्थित एक निजी स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला 10 वर्षीय एक छात्र बुधवार को स्कूल बस की खिड़की से सिर निकालकर बैठा था। जब बस स्कूल में दाखिल हो रही थी तभी उसे मोड़ते वक्त बच्चे का सिर बिजली के खंभे से टकरा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चे के परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का मामला दर्ज कराया है।
सूत्रों ने बताया कि स्कूल बस अपनी क्षमता से अधिक छात्रों को ले जा रही थी जिसके नवीनीकरण की अवधि पिछले वर्ष ही समाप्त हो गई थी।
कक्षा तीन के 10 वर्षीय छात्र की मौत से नाराज परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने बृहस्पतिवार को दिल्ली-मेरठ राजमार्ग को अवरुद्ध कर दो घंटे तक धरना दिया था। उन्होंने पुलिस पर स्कूल प्रबंधन के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया तथा कहा कि चालक एवं परिचालक को छोड़कर किसी और को गिरफ्तार नहीं किया गया।
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