नयी दिल्ली, 27 मार्च पश्चिमी दिल्ली के ख्याला इलाके में प्रतिद्वंद्वी व्यवसायी से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में 32 वर्षीय एक व्यक्ति और उसके कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान नसीरपुर निवासी दिनेश कुमार और मंगोलपुरी निवासी किशोर (28) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि कुमार ने शिकायतकर्ता की एक एमसीवी-निर्माण फर्म में छह साल तक काम किया और मामूली बात पर नौकरी छोड़ दी। उसने (कुमार) 2019 में बिजली के उपकरण बनाने की अपनी कंपनी शुरू की।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पत्र (नोट) के जरिए पीड़ित से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी और उसे तथा उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि धमकी बवाना (नीरज बवाना गिरोह के लिए एक स्पष्ट संदर्भ) से है।
उन्होंने बताया कि 16 मार्च को ख्याला के एक व्यवसायी को जबरन वसूली का एक पत्र मिला, जिसमें कथित तौर पर 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। उन्होंने बताया कि इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और एक स्कूटर की पहचान की गई, जिस पर दो संदिग्ध सवार थे।
विशेष प्रकोष्ठ के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) आई पी सिंह ने बताया कि वाहन कुमार के नाम से पंजीकृत पाया गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जाल बिछाया गया और किशोर को दबोच लिया गया, जिसने खुलासा किया कि स्कूटर कुमार का है।
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि शिकायतकर्ता एक एमसीवी-निर्माण कंपनी का मालिक है और कुमार भी इसी व्यवसाय में हैं । उन्होंने बताया कि कुमार करीब 10 साल पहले शिकायतकर्ता की कंपनी में मजदूर के तौर पर काम करता था और मामूली बात पर नौकरी छोड़ दी थी।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद, उसने 2019 में वही व्यवसाय शुरू किया, लेकिन भारी नुकसान हुआ, जबकि शिकायतकर्ता अपने व्यवसाय में अच्छा कर रहा था।
उन्होंने बताया कि कुमार ने अपने मजदूर किशोर के साथ शिकायतकर्ता को धमकाने और पैसे वसूलने की साजिश रची।
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