मुंबई, 28 दिसंबर मुंबई पुलिस ने सोमवार को यहां एक स्थानीय अदालत से कहा कि ब्रॉडकास्ट ऑडिएंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता ने बार्क के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी और रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी के साथ मिलीभगत कर रिपब्लिक टीवी और इसके हिंदी चैनल के लिए टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (टीआरपी) में धोखाधड़ी की।
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने यहां मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किए गए रिमांड नोट में दासगुप्ता की और हिरासत की मांग की और दावा किया कि कथित टीआरपी घोटाले के वह ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ थे ।
इसने कहा कि दासगुप्ता और अन्य आरोपियों ने षड्यंत्र कर कथित तौर पर खास समाचार टीवी चैनलों को वित्तीय लाभ पहुंचाने के लिए टीआरपी से छेड़छाड़ की।
पुलिस ने दावा किया कि बार्क के पूर्व सीओओ रोमिल रामगढ़िया ने भी कुछ खास समाचार चैनलों के लिए दासगुप्ता के साथ मिलीभगत कर टीआरपी से छेड़छाड़ की।
पुलिस रिमांड नोट में आरोप लगाया गया कि गोस्वामी ने समय-समय पर दासगुप्ता को ‘‘लाखों रुपये का भुगतान’’ किया।
मजिस्ट्रेट ने दासगुप्ता की पुलिस हिरासत 30 दिसंबर तक बढ़ा दी है। उन्हें पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)