तृणमूल कांग्रेस का पश्चिम बंगाल चुनाव के मद्देनजर जीएनसीटीडी विधेयक पर चर्चा टालने का अनुरोध

तृणमूल कांग्रेस के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा के सभापति को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के कारण उच्च सदन में उनकी पार्टी के सदस्यों की गैरहाजिरी के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक पर चर्चा एवं उसे पारित करने में देरी करने का अनुरोध किया है।

तृणमूल कांग्रेस पार्टी (file photo)

नई दिल्ली, 23 मार्च: तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन (National Spokesperson Derek O'Brien) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) के सभापति को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections)के  कारण उच्च सदन में उनकी पार्टी के सदस्यों की गैरहाजिरी के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक पर चर्चा एवं उसे पारित करने में देरी करने का अनुरोध किया है. यह भी पढ़े: Bengal Elections 2021: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 27 मार्च को खोलेंगे अपना पत्ता

उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘ मैं राज्यसभा में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता के तौर पर तत्काल महत्व के विषय पर आपको (यह पत्र) लिख रहा हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जैसा कि आप सभी को मालूम है कि चुनाव आयोग ने 26 फरवरी 2021 को पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी. पश्चिम बंगाल में पहले चरण का मतदान 27 मार्च 2021 को होगा, जो आज से चार दिन बाद है. राज्यसभा में हमारे संसद सदस्य फिलहाल राज्य में चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए कटिबद्ध हैं. वर्तमान परिस्थितियों में उनके लिए संसद के सत्र में भाग लेना संभव नहीं है.’’

दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक 2021 को सोमवार को लोकसभा ने पारित कर दिया था. अब इस विधेयक को राज्यसभा में भेज दिया गया है और यह मंगलवार को चर्चा के लिए सूचीबद्ध है.

ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘ यह बेहद अहम कानून है, जिसका पूरे भारत पर अहम प्रभाव है. जब भी सदन में इस विधेयक पर चर्चा हो तो संसद के हर सदस्य को अपना विचार व्यक्त करने देने का मौका दिया जाना चाहिए. सदस्यों को उस मौके से वंचित करना विचारशील एवं जवाबदेह शासन, जिसका संसद प्रतीक है, उसकी भावना के विरूद्ध है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपसे व्यक्तिगत रूप से इस विषय पर गौर करने और तबतक इस विधेयक पर चर्चा एवं उसे पारित करने को स्थगित करने पर विचार करने की अपील करता हूं, जबतक कि सारे सदस्य संसद की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लें.’

Share Now

\