जयपुर, 19 मई अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताउते ने मंगलवार देर रात दक्षिणी राजस्थान में दस्तक दी, जिसके चलते बीते चौबीस घंटे में अनेक जगह अत्यंत भारी बारिश बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण झोंपड़ी गिरने से एक बालिका की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि नागौर जिले के मेड़ता खंड में भारी बारिश और तेज तूफान के चलते एक झोंपड़ी ढह गई। इस दौरान आठ वर्षीय बालिका की मौत हो गई जबकि उसकी गर्भवती मां और दो बहनें गंभीर रूप से घायल हो गईं।
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार यह चक्रवात बुधवार सुबह राज्य के उदयपुर के पास केंद्रित था और अगले 12 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में बदलने का अनुमान है।
मौसम केंद्र जयपुर के प्रवक्ता ने बताया कि चक्रवाती तूफान ताउते ने 18 मई की मध्य रात्रि दक्षिण राजस्थान में प्रवेश किया। बुधवार सुबह इसका केंद्र उदयपुर से 60 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में था। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 12 घंटे में यह चक्रवात कमजोर होकर कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा और उत्तर पूर्वी राजस्थान में आगे बढ़ेगा।
जयपुर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर, कोटा और भरतपुर संभागों में मध्यम दर्जे से भारी बारिश दर्ज की गई।
वहीं, चक्रवात ताउते के कारण बीते चौबीस घंटें में राज्य के दक्षिणी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान डूंगरपुर के वेजा में रिकार्ड 232 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा कांवा में 144 मि.मी., देवल में 142 मि.मी., डूंगरपुर तहसील में 139 मि.मी., धांबोला में 133 मिमी बारिश दर्ज की गई। उदयपुर में 70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार सुबह 8.30 बजे से शाम छह बजे तक अलवर में 66.5 मिलीमीटर, सीकर में 66 मिलीमीटर, अजमेर में 39.2 मिलीमीटर, और जयपुर में 37.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। लगातार हो रही बारिश के कारण उदयपुर की झीलों और तालाबों का जलस्तर बढ़ गया है।
उदयपुर के पिछोला झील का जलस्तर बुधवार दोपहर तक 8.5 फीट हो गया है जबकि फतेह सागर झील का स्तर 7.5 फीट पहुंच गया। स्वरूप सागर झील के पानी को निकालने के लिये दरवाजे खोले गये है।
ताउते तूफान के प्रभाव से राज्य के माउंट आबू, डूंगरपुर, अजमेर और अन्य हिस्सों में कई पेड, टीन शेड और बिजली खंभे धराशाही हो गये। डूंगरपुर, उदयपुर, अजमेर और अन्य हिस्सों में लगातार बारिश के चलते गलियां नदियों में तब्दील हो गई। वहीं जयपुर में बारिश के कारण एक सडक ढह गई।
वहीं, बारिश और बादलों की आवाजाही के कारण राज्य के अधिकतर जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई।पाली में रात का तापमान सबसे कम दर्ज किया गया। वहीं सीकर में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस, अजमेर में 19.4डिग्री, जयपुर-पिलानी में 20.4-20.4 डिगी, उदयपुर-अलवर में 21.2-21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार जैसलमेर 37 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। राज्य के अन्य सभी प्रमुख शहरों में अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस से लेकर 31 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि अगले 12 से 20 घंटों के बीच जयपुर और भरतपुर संभागों में कहीं कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। बुधवार को इस सिस्टम का असर राज्य के ज्यादातर भागों से कम हो जायेगा। भरतपुर संभाग में हल्की बारिश होने की संभावना है। राज्य के अधिकतर भागों में मौसम शुष्क रहेगा।
पृथ्वी कुंज
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