नयी दिल्ली, एक अगस्त कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने खरीफ की बुवाई की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है।
खरीफ फसलों की बुवाई जून में दक्षिण पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरु होती है । धान मुख्य खरीफ की फसल है।
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सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस समच खरीफ फसलों की बुवाई पिछले साल से 14 प्रतिशत ऊपर चल रहा है और 882.18 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुवाई-रोपाई हो चुकी है। सामान्य बुवाई क्षेत्र का 80 प्रतिशत से अधिक बुवाई के रकबे में बुवाई की जा चुकी है।
एक सरकारी बयान में मंत्री के हवाले से कहा गया है, ‘‘तोमर ने कोरोनोवायरस महामारी के बावजूद पर्याप्त कटाई और खरीफ फसल बुवाई के कार्य के बारे में संतोष व्यक्त किया है।’’
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उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भी, ग्रामीण भारत और कृषक समुदाय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत ’के लक्ष्य को प्राप्त करने में अग्रणी भूमिका निभायेंगे।
मंत्री ने शुक्रवार को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) की एक क्षेत्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए यह बात कही।
तोमर ने जैविक और प्राकृतिक खेती के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ये न केवल मनुष्यों और जानवरों के स्वास्थ्य के लिए, बल्कि स्वस्थ मिट्टी और स्वच्छ पर्यावरण के लिए एवं निर्यात बढ़ाने और कृषि को लाभदायक बनाने के लिए भी आवश्यक हैं।
मंत्री ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों को, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आदिवासियों किसानों की, जो पहले से ही प्राकृतिक खेती कर रहे हैं, उन्हें इस काम को बेहतर करने में मदद करनी चाहिये।
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