महबूबा मुफ्ती का बड़ा बयान, कहा- कश्मीर में शांति लाने के लिए J-K के लोगों और पाक के साथ वार्ता जरूरी

रामबन में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पीडीपी जानना चाहती है कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी दोनों ने पाकिस्तान की यात्रा की थी, लेकिन जब हम (पड़ोसी देश के साथ वार्ता करने की बात करते हैं तो) उन्हें (भाजपा को) घबराहट क्यों महसूस होती है.’’

महबूबा मुफ्ती (Photo Credits: ANI)

रामबन/ जम्मू: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने शनिवार को एक बार फिर भाजपा सरकार (BJP Government) से जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) के लोगों और पाकिस्तान (Pakistan) के साथ वार्ता करने की अपनी अपील दोहराई. उन्होंने कहा कि जब तक कश्मीर मुद्दे का हल नहीं होगा, क्षेत्र में शांति नहीं आएगी. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने अगले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता हासिल करने की कोशिश को नाकाम करने के लिए लोगों से गुपकर गठबंधन को वोट देने की अपील की. गठबंधन में नेशनल कांफ्रेंस (National Conference), पीडीपी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India Marx) शामिल हैं. आतंकवादियों को जानबूझकर शरण देने वालों की ही संपत्तियां कुर्क की जाएंगी: जम्मू कश्मीर पुलिस

उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर पिछले 70 वर्षों से एक समाधान का इंतजार कर रहा है...कश्मीर मुद्दे का हल होने तक क्षेत्र में शांति नहीं आएगी और इसके लिए जम्मू कश्मीर के लोगों और पाकिस्तान के साथ वार्ता करना जरूरी है.’’

रामबन में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पीडीपी जानना चाहती है कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी दोनों ने पाकिस्तान की यात्रा की थी, लेकिन जब हम (पड़ोसी देश के साथ वार्ता करने की बात करते हैं तो) उन्हें (भाजपा को) घबराहट क्यों महसूस होती है.’’

महबूबा ने अनुच्छेद 370 को हटा कर भाजपा के हर चीज ठीक कर देने के दावे का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘यदि उनका दावा सही है तो कश्मीर में 10 लाख सैनिक तैनात करने की क्या जरूरत है?’’

‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों का ध्रुवीकरण करने के लिए इसका प्रचार कर रही है. उन्होंने तंज करते हुए कहा, ‘‘इसके बजाय, पिछले आठ वर्षों में कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास कराने की भाजपा द्वारा कोशिश बेहतर रहती. ’’

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