निर्वाचन आयोग के कार्यालय में भिड़े टीएमसी के सांसद, ‘Whatsapp Group’ तक पहुंचा विवाद

नयी दिल्ली, 8 अप्रैल : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय ने पिछले सप्ताह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों के बीच हुई कथित कहासुनी का वीडियो मंगलवार को साझा किया. वीडियो में सांसद कल्याण बनर्जी अपने सहयोगियों पर चिल्लाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि पार्टी नेता उन्हें शांत करने की कोशिश कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल के भाजपा सह-प्रभारी मालवीय ने टीएमसी सांसदों के कथित ‘चैट ग्रुप’ के कुछ ‘स्क्रीनशॉट’ भी साझा किए हैं. मालवीय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘चार अप्रैल को टीएमसी के दो सांसद निर्वाचन आयोग के मुख्यालय में सरेआम आपस में भिड़ गए, जहां वे एक ज्ञापन प्रस्तुत करने गए थे. ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी ने अपने सांसदों को निर्वाचन आयोग के पास जाने से पहले ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए संसद कार्यालय में इकट्ठा होने का निर्देश दिया था. हालांकि, ज्ञापन लेकर जाने वाले सांसद संसद की बैठक में शामिल नहीं हुए और सीधे निर्वाचन आयोग चले गए.’’

भाजपा नेता ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने दोनों सांसदों को कथित तौर पर पद छोड़ने को कहा है. मालवीय ने कहा, ‘‘इससे एक अन्य सांसद नाराज हो गए और आयोग में जब वे दोनों आमने-सामने आए तो भिड़ गए. उनके बीच तीखी नोकझोंक हुई और दोनों एक-दूसरे पर चिल्लाने लगे. बात इतनी बढ़ गई कि उनमें से एक ने वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से हस्तक्षेप करने को कहा. मामला ममता बनर्जी तक पहुंच गया, जिन्होंने कथित तौर पर दोनों सांसदों को पद छोड़ने को कहा.’’ यह विवाद व्हाट्सएप चैट ग्रुप ‘एआईटीसी एमपी 2024’ तक फैल गया, जहां कल्याण बनर्जी ने ‘बहुमुखी प्रतिभा की अज्ञात अंतरराष्ट्रीय महिला’ का हवाला दिया जिसके बाद उनकी दुर्गापुर से पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद से कहा-सुनी हो गई. संपर्क करने पर, टीएमसी के एक सांसद ने कहा कि बहस हुई थी, लेकिन वह इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहते. यह भी पढ़ें : Kedarnath Yatra: केदारनाथ यात्रा की कर रहे हैं प्लानिंग? ऐसे करें हेलीकॉप्टर टिकट की ऑनलाइन बुकिंग; यहां मिलेगी पूरी जानकारी

पार्टी के एक अन्य नेता सौगत रॉय ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस घटना की जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि चैट और वीडियो ने पार्टी को ‘‘बदनाम’’ किया है. सौगत रॉय ने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ, मैं व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल नहीं हूं, मैं वहां था भी नहीं, इसलिए मुझे व्यक्तिगत रूप से नहीं पता कि क्या हुआ. जो कुछ भी सामने आया है, उससे पार्टी की बदनामी हुई है.’’