
वाडा ने पिछले साल सिनेर पर प्रतिबंध नहीं लगाने के इंटरनेशनल टेनिस इंटीग्रिटी एजेंसी के फैसले को चुनौती दी थी . वाडा पिछले साल सिनेर पर कम से कम एक साल का प्रतिबंध लगाना चाहती थी . सिनेर के शरीर में पिछले साल मार्च में प्रतिबंधित एनाबॉलिक स्टेरायड क्लोस्टेबोल के अंश पाये गए थे . सिनेर ने कहा था कि एक ट्रेनर से मालिश के दौरान यह अंश उनके शरीर में आ गए क्योंकि उसने अपनी ऊंगली कटने के बाद इस पदार्थ का इस्तेमाल किया था . जनवरी में आस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वाला इटली का यह खिलाड़ी अगला ग्रैंडस्लैम खेल सकेगा . फ्रेंच ओपन 25 मई से शुरू होगा .
सिनेर ने एक बयान में कहा ,‘‘ यह मामला एक साल से लटक रहा था और प्रक्रिया इतनी लंबी है कि फैसला साल के आखिर में ही आता . मैने हमेशा स्वीकार किया है कि मेरी टीम के लिये मैं जिम्मेदार हूं और मुझे लगता है कि खेल की सुरक्षा के लिये वाडा के कड़े नियम जरूरी है . यही वजह है कि मैने मामला निपटाने के लिये तीन महीने के प्रतिबंध की वाडा की पेशकश स्वीकार कर ली .’’ वाडा ने लुसाने स्थित खेल पंचाट में आईटीआईए के फैसले के खिलाफ अपील की थी जो अब वापिस ले ली है . यह भी पढ़ें : ICC Champions Trophy: भारत के मैचों के लिए अतिरिक्त टिकट रविवार से बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे
वाडा ने एक बयान में कहा ,‘‘ वाडा इस मामले पर सिनेर की सफाई को स्वीकार करता है . वाडा यह स्वीकार करता है कि उनका बेईमानी का इरादा नहीं था और क्लोस्टेबोल से उनके प्रदर्शन में कोई फायदा नहीं मिला है . वह बिना जानकारी के अपनी टीम के सदस्यों की लापरवाही की वजह से इसके संपर्क में आये .इसलिये तीन महीने का प्रतिबंध उचित जान पड़ता है .’’ एटीपी ने एक बयान में कहा ,‘‘यह मामला खिलाड़ियों के लिये रिमाइंडर है कि वह या उनकी टीम किस पदार्थ या उपचार का प्रयोग कर रही है, उसे लेकर काफी सावधानी बरतनी चाहिये .’’